यूपी न्यूज: भगोड़ा ने खनन माफिया हाजी इकबाल (हाजी इकबाल) के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की, जिसके बाद पुलिस ने उसके आवास में सभी सामानों को कुर्क (घरेलू सामान संलग्न) रखा है। पुलिस के काम में लगे रहने के लिए अपना सामान लेकर चला जाता हूं। हाजी इकबाल के परिवार के सभी सदस्य जिला जेल में बंद हैं। हाजी इकबाल पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
इकबाल के तीन बेटे और सागा भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली को गिरफ्तार किया जा चुका है। अवैध संपत्ति बनाने में मदद करने के लिए शूटिंग अधिकारिता जिसमें कानून और लेखपाल शामिल हैं, केसे दर्ज हो गए हैं। इकबाल की मुश्किलें सबसे पहले उस समय शुरू हुई जब 2016 में उसके खिलाफ 10 हजार करोड़ की ब्लैकमनी मामले में ईडी ने जांच शुरू की थी। ईडी के बाद बाध्यकारी विभाग ने भी एकबाल के खिलाफ जांच शुरू कर दी थी। हाजी इकबाल की तीन अरब की संपत्ति पहले ही कुर्क की जा चुकी है। इकबाल की करोड़ों की कोठी को भी प्रशासन ने बुलडोजर से भरवाया था। पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल और उनके परिजनों के बीच लगातार सम्मिलित कसी जा रही है। इसके तीन बेटों और भाई महमूद अली की गिरफ्तारी के बाद 14(1) एक्ट के तहत भी इन सब पर कार्रवाई की जा चुकी है।
ढोल बजाकर पुलिस ने करवाई मुनादी, फिर ट्रक में लादकर ले गया सामान
पुलिस ने इस बीच बुधवार को हाजी एकबाल की कोठी से सामान निकाल लिया। पुलिस ने ढोल बजाकर पहले मुनादी की। उसके बाद कुर्की की कार्रवाई की। सारा सामान ट्रक में लादकर थाने ले गया। कोर्ट ने एसपी देहात सहारनपुर में जानकारी देते हुए बताया कि 82 की कार्रवाई के तहत 30 दिन के समय में कोर्ट में हाजिर होने के लिए दिया गया था लेकिन कोर्ट में हाजिर ना होने के कारण एकबाल को भगोड़ा घोषित किया गया और 82 सीआरपीसी की कार्रवाई के तहत आज इकबाल के सामान की कुर्की की गई।
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