नई दिल्ली। लंबे समय से सार्वजनिक मंच पर नजर नहीं आने वाले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर कई लोग मिट गए हैं या बीमार नहीं हैं, बल्कि वे बिल्कुल स्वस्थ हैं। एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में बताया गया था कि मैटर पार्किंसंस या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और वह अपनी मौत के दिन गिन रहे हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सूर्य की रोशनी पूरी तरह से बहुत निकट से गुजर चुकी है और कभी-कभी वह दुनिया को अलविदा कह सकते हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने खुद को भी यह आशंका जताई है कि “मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं जीवित हूं। मगर छाया से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की बैठक ने यूक्रेन और यूरोपीय देशों को बड़ा झटका दे दिया है।
एनएसए अजीत डोभाल इन दिनों अमेरिका के बाद ब्रिटेन रूस की यात्रा पर हैं। वहां उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर से मास्को में बृहस्पतिवार को मुलाकात की। यह जानकारी रूसी दूतावास ने दी है। चिपचिपाहट और डोभाल के बीच विभिन्न पहलुओं और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई है। इसके बाद भारत और रूस रणनीतिक साझेदारी को लागू करने की दिशा में काम जारी रखने पर सहमति बनी। भारत में रूस के दूतावास ने ट्वीट कर बताया कि एनएसए डोभाल ने राष्ट्रपति से कुल संख्या में मुलाकात की है। डोभाल बुधवार को दो दिवसीय रूस यात्रा पर गए।
जरूरत के समय भारत अफगान के लोगों को कभी नहीं छोड़ेगा
रूस के राष्ट्रपति दशकों से मिलने के साथ ही NSA अजीत डोभाल ने मास्को में अफगानिस्तान में 5वीं बहुपक्षीय सुरक्षा वार्ता में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने अफ़ग़ानों की तरह और मानवीय परिदृश्य पर बल दिया। डोभाल ने कहा कि जरूरत के समय में भारत अफगान लोगों को कभी नहीं छोड़ेगा। इसके साथ ही अफगानिस्तान में मौजूदा तालाबिनी शासन और उनकी संबंधों के संबंध पर चिंता भी जाहिर की गई। इसे पूरी दुनिया के लिए भारत शुरू से खतरा से जाता रहा है। सभी देशों ने अफगानिस्तान में महिलाओं की बदहाली को भी दुर्भाग्यपूर्ण और चिंतापूर्ण बताया।
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