दो महाशक्तियों के बीच जल्द ही आमने-सामने की लड़ाई होने का डर है। सी ब्लैक में अमेरिका और रूस आमने सामने हैं, जिसकी वजह से अमेरिकी रिपर और रूसी फाइटर जेट की टक्कर हुई है।
रूस और यूक्रेन के बीच साल भर से ज़हर से चल रही जंग की लपटें अभी भी शांत नहीं हुई कि अमेरिका और रूस के बीच महायुद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ती जा रही है। दो महाशक्तियों के बीच जल्द ही आमने-सामने की लड़ाई होने का डर है। सी ब्लैक में अमेरिका और रूस आमने सामने हैं, जिसकी वजह से अमेरिकी रिपर और रूसी फाइटर जेट की टक्कर हुई है। ब्लैक सी पर अमेरिकी एमक्यू9 रीपर ड्रोन और रूस के फाइटर जेट के आमने सामने टक्कर लगने के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया।
अमेरिकी रीपर इलेक्ट्रोलाइट घोटाला होते ही ब्लैक सी में डूब गया और जिसके बाद से ही सुपरपॉवर मुल्क बौखला गया। अमेरिकी वायु सेना के पत्रकार जेम्स हैकन ने इस खबर की पुष्टि की है। व्हाइट हाउस और पेंटागन ने इस हमले की घोर निंदा की है। नाटो के सुप्रीमो ने नाटो के सदस्य देशों को इसकी जानकारी दी। शीतयुद्ध चरम पर था, उसके बाद ऐसा पहली बार हुआ जब अमेरिकी विमान को रूसी विमान ने गिराया। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ही अमेरिकी लगातार अपने ड्रोन को काला सागर के ऊपर भेज रहा है।
बता दें कि काला सागर वो जल क्षेत्र है जिसका रिफ्लेक्स रूस और यूक्रेन से मिलता है। यूक्रेन युद्ध की वजह से इस क्षेत्र में पिछले कई महीनों से सैन्य तनाव बना हुआ है। यूक्रेन युद्ध के दौरान रूसी और अमेरिकी विभाग काला सागर के ऊपर उड़ान भरते रहते हैं। लेकिन ये पहली बार है जब दोनों देशों के युद्धक विमान एक दूसरे के सामने आ गए और टकराव की ऐसी नौबत आ गई।