
राजस्थान में पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार कठोर निर्णय लेने जा रही है। राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि जो प्रयास किए गए हैं उनका रिकॉर्ड खंगाला जाएगा और इन तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत संबंधित आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संबंधित गुटों में शामिल अपराधियों की संपत्ति भी ज़ब्त करने के लिए पास कानून में संशोधन सिफारिश किया जा रहा है। पासा कानून के अनुसार व्यक्ति को बिना किसी सार्वजनिक प्रकटीकरण के एक वर्ष की अवधि के लिए हिरासत में रखा जा सकता है।
डीजीपी की अनुशंषा पर 46 जॉइंट डिबार
बता दें, इससे पहले डीजीपी मिश्रा ने भ्रष्टाचार करने का प्रयास करने वाले, अधिवक्ता को डिबार करने के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को लिखा था। इसके बाद 46 प्रश्नों को परीक्षाओं के लिए हमेशा डिबार कर दिया जाता है। डीजीपी ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं को स्वच्छ एवं फेयर सिस्टम से डरने के लिए राजस्थान पुलिस तत्पर है इसी का प्रतिफल है कि निरंतर ऐसे नकल गिरोहों को पकड़ा जा रहा है। महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने बताया कि रीट की तरह ही इस बार भी नकल गैट को शिकंजे में लेकर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आज हो गया था पेपर लीक
बता दें, आज वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 का ग्रुप सी की सामान्य ज्ञान परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। जिसके बाद परीक्षाएं सब कुछ कर दी गई थीं। अब यह परीक्षा 29 जनवरी को होगी। आज ग्रुप सी का एग्जाम था। इसके तहत पहली पारी की परीक्षा के तहत 1193 परीक्षाओं का आयोजन किया गया था। इसमें करीब 3.74 लाख छात्र रजिस्टर्ड थे। दोपहर 2 बजे से 4.30 बजे तक दूसरी पारी के विज्ञान विषय की परीक्षा 461 परीक्षा आयोजित की गई। पुलिस ने 49 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें मास्टर माइंड सुपरनोई भी शामिल है।



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