
मस्तिष्क पर तकनीक का प्रभाव : स्मार्ट तकनीक हमारे सोचो समझो की क्षमता को नुकसान पहुंचा रहा है । यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिनसिनाटी ने खोज कर यह जानकारी दुनिया को भेजी है ।
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स्मार्ट डिजिटल तकनीक हमारे सोचने-समझने और अनुभव करने के तरीकों में बदलाव किया जा रहा है। आज के इस तकनिकी युग में स्मार्ट तकनीकों को लेकर कई तरह के शंशय हैं। उन्ही में से एक है स्मार्ट तकनीक हमें समझ बना रही है जो हमारे सोचने-समझने की शक्ति को प्रभावित कर रही है। लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी ने इस बात को खोजा है और इस बात को स्पष्ट किया है की यह डिजिटल तकनीक हमारे सोचने की क्षमता पर कोई नुक्कड़ नहीं पहुंचा रही है।
हालांकि ये हमरे समझने की क्षमता में बदलाव जरूर कर रहा है। यही है कंप्यूटर, मोबाईल जैसे उपकरानसे वाले ब्लू रे, ड्राइविंग करते हुए मैसेज करना, गर्दन और कान की मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याओं को स्वाभाविक रूप से अस्वीकार नहीं किया जा सकता है।
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