
पठान विवाद : मध्य प्रदेश में लगातार शाहरुख खान की फिल्म पठान का विरोध हो रहा है कभी नेताओं ने तो कभी बजरंग दल ने और अब इस विवाद में साधू- संतो ने भी अपना विरोध जताया है।
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और इस फिल्म को बैन करने की मांग सभी से हैं भारतीय संत समिति मप्र के प्रवक्ता महंत अनानंद ने उदासीनता से कहा कि आप फिल्म में क्या विषता दिखा रहे हैं, हमें उससे कोई लेना-देना नहीं है। आपत्तिजनक भगवा रंग को लेकर है। अश्लील गाने में भगवा रंग का उपयोग नहीं करेंगे। फिल्म बैन करें या फिर गाना रेंज। अन्यथा संत समाज उग्र आंदोलन करेगा। टॉकीज में आग लगने और आलमारी की बात भी संतों ने कही। महंत अनानंद ने कहा कि फिल्म पठान में हमारे भगवा रंग का अपमान किया गया है। इस रंग को पहनने वाला जहरीला है। जिस प्रकार का फिल्मांकन भगवा रंग पहनकर किया गया और इस रंग को ‘बेशर्म रंग‘ की संज्ञा दी गई है, यह गलत है। बुधवार को साधु-संतों ने इसे लेकर फर्जी और चेतावनियां दी। इस स्मारक पर महंत हरिरामदास जी, महंत देव गिरी जी आदि संत मौजूद थे। महंत ने कहा कि यह रंग साधु-संतों का रंग है, त्याग तपस्या का रंग है। यह रंग भगवान के मंदिरों पर चलने वाले ध्वज का रंग है। इस रंग को देखकर हर सनातन धर्मी प्रणाम करता है और इस रंग के बारे में इस प्रकार का फिल्मांकन संत समाज कटई नहीं करेगा। महंत अनिलानंद ने कहा- अखिल भारतीय संत समाज चेतावनी देता है कि इस फिल्म में से ये गाने पूरी तरह से हटा दिए जाएं।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से यह मांगा ऐसा करते हैं कि यह फिल्म मध्य प्रदेश में किसी भी टॉकीज में प्रदर्शित नहीं होने दी जाएगी। अगर इस प्रकार से हमारे धारण करने वाले गेरुआ भगवा रंग को अपमानित करेंगे तो साधु-संतों को बोलने पर आकर जवाब देंगे। हम फिल्म के डायरेक्टर-प्रोड्यूसर हैं, अभिनेता को भी चेतावनी देते हैं कि सनातन धर्म को किसी भी प्रकार से बदनाम करने का प्रयास किया जाएगा, उसे साधु-संत और सनातन धर्म प्रदान नहीं करेंगे।
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