
पाकिस्तान: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाक में हुकूमत मच गई। वहां पर अभी तक आपस में काफी संबंध बने हुए हैं। पाक पूर्व पीएम सोमवार को फिर से अल-कादिर ट्रस्ट (अल-कादिर ट्रस्ट केस) मामले में अपनी पत्नी बुशरा बीबी (बुशरा बीबी) के साथ लाहौर उच्च न्यायालय (लाहौर उच्च न्यायालय) में पेश हुए। इस मामले में उनकी पत्नी को 23 मई तक प्रोटेक्टिव बेल दे दी गई है। वहीं, इस मामले में इमरान की जमानत पर कोई फैसला नहीं हुआ है। बुशरा बिन ने इस मामले में लाहौर हाई कोर्ट का रुख किया था। बता दें कि पाकिस्तान रेंजर्स ने 9 मई को पूर्व पीएम इमरान खान को इस मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट (सुप्रीम कोर्ट) ने उन्हें रिहा कर दिया था। उसके अगले ही दिन बोल्ड हाई कोर्ट ने भी दो सप्ताह के लिए इमरान को जमानत प्रदान कर दी थी। वहीं, इमरान खान की पाक संसद में प्रदर्शन करने की भी मांग उठने लगी है।
क्या है पूरा मामला:
पाकिस्तान (पाकिस्तान) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान जितम, पंजाब में अच्छी शिक्षा देने के लिए एक प्रोजेक्ट स्थापित करने का वादा किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बिन और उनके कई करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान भी इस प्रोजेक्ट में शामिल थे। इमरान ने अपने किए किए गए पर खरा उतरने के लिए अल-कादिर (अल-कादिर ट्रस्ट) यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था, जिसमें बॉबी, बुखारी और अवान को संबद्ध किया गया था।
इमरान सरकार (इमरान सरकार) और एक संपत्ति टाइकून के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया था, जिससे कथित तौर पर राष्ट्रीय दावेदारी को 190 मिलियन पाउंड का भारी नुकसान हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान डेंपत्ति और उनके साथियों पर अल कादिर यूनिवर्सिटी (अल-कादिर यूनिवर्सिटी) की स्थापना के लिए मौजा बकराला, सोहावा में 458 एकड़ से अधिक जमीन के रूप में अवैध रूप से लाभ हासिल करने का आरोप है। पाकिस्तान में सरकार और एससी के मुख्य न्यायाधीशधीश के बीच इमरान की रिहाई को लेकर विवाद हो गया है। सरकार पाक ने सुप्रीम जस्टिस के खिलाफ निर्देश जारी करने का फैसला किया है।
पाक संसद में उठे इमरान को दे रहे हैं मांग:
पाकिस्तान की संसद में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मांग उठने लगी है। राष्ट्रीय सभा में सर्वोच्च नेता राजा रियाज अहमद खान कहते हैं कि खान को सरेआम दिया जाना चाहिए, लेकिन उनका स्वागत किया जा रहा है।
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