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पढ़िए एक्ट्रेस और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अचिंत कौर का जीवन, संघर्ष और फिटनेस का सफर।- यहां पढ़िए एक्ट्रेस और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर अचिंत कौर के जीवन और फिटनेस की कहानी।

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अचिंत कौर सिनेमा और टेलीविजन जगत की लोकप्रिय अभिनेत्री हैं। अपने दमदार अभिनय के बल पर उन्होंने अपना एक विशेष व्यक्तित्व बनाया है। वे मन से आहत हैं, इसलिए खुद को फिट फिट हैं। अपने मनचाहे काम को उन्होंने अपना करियर बनाया। इसलिए वे महिलाओं से अपील करती हैं कि अपनी रुचि के काम को जरूर करें। अभिनय हो या एकल पेरेंट होने की बात, हर समस्या का हल अपने दम पर निकाल देता है और अन्य से भी यही आक्रामक होते हैं। वे चाहते हैं कि उनके प्रशंसक उन्हें खुश मिजाज और अच्छे इंसान के तौर पर जानें। यहां हैं उनके थॉट्स, फिटनेस, मेंटल हेल्थ और कई सारे मसलों पर उन्हें (अचिंत कौर की लाइफ और फिटनेस जर्नी) स्नैपशॉट की सीधी बातचीत।

जो दिल करता है, वही करता हूं, इसलिए सब अपने हो जाते हैं

अचिंत अभिनेता, सोशल वर्कर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी हैं। पर वे खुद को कम क्रेडिट देना चाहते हैं। इसलिए वे कहते हैं,’ मी लाइफ ने जिस तरह दिया, उसी तरह मैं करती गई। मैं अपने आप को पूरी तरह से सामाजिक कार्य के प्रति समर्पित तो नहीं मानूंगा। मैं आपको फ्री लैंसर मानता हूं। हम जैसे लोगों के पास हमेशा कुछ न कुछ काम होता है। कभी हम काम कर रहे हैं, तो कभी कई दूसरी प्रविष्टियाँ भी कर रहे हैं। जो दिल करता है, वह करता हूं, इसलिए सब अपने हो जाते हैं।

स्पोर्ट्स पर्सन रह गया हूँ

अचंछित जब सौतेले भाई साल के थे, तो उन्होंने एथलेटिक्स ज्वाइन किया था। वे राष्ट्रीय आहत रह गए हैं। वे ट्रेकर, माउंटेनियर, पैराट्रूपर भी अटके हुए हैं। वे कहते हैं, ‘उस समय फिटनेस मेरी जिंदगी का हिस्सा बन गया था। मैंने इतने सालों में जो किया, उसे बहुत मजा आया। खेल में भाग लेकर मैं बच्चों की तरह खुश हो जाता हूं। अब मुझे बोरियत होती है। कई बार डेली सोप की वजह से नींद नहीं आती है, तो फिटनेस के लिए सेट पर ही कसरत करते हैं।

स्वास्थ्य के लिए आपको यह सब करना होगा, क्योंकि यदि आप स्वस्थ नहीं हैं, तो कुछ भी नहीं पाएंगे।’ एक घटना के बारे में बताया गया कि एक्सीडेंट की वजह से उनकी बैकबोन क्रेक हो गई थी। टेल बोन पर प्रभाव पड़ा। लेकिन उन्हें ज्यादा समय काम करना था, इसलिए उन्होंने वेट लिफ्टिंग ज्वाइन किया। क्योंकि उन्हें अपनी हड्डियों के चारों ओर की मसल्स को मजबूत बनाना था।

बेटे को सालों का था जब इंडस्ट्री में आई

काम और परिवार के दौरान मुश्किलों को भी वे हल्के में लेते हैं। अचिंट सिंगल पेरेंट हैं। बच्चे को पालने के दौरान आई मुश्किलों को वह बहुत बड़ा नहीं मानता। ‘ जब मैं इंडस्ट्री में आई, तो मेरा बेटा साल भर का हो चुका था। शूटिंग का तो निश्चित नहीं होता। समय बदल जाता है, शूटिंग की तारीख बदल जाती है। ऐसा कई बार हुआ था। पर मैं इस मामले में खुद को लकी मानता हूं कि उस दौरान मैंने हर साल प्रोड्यूसर्स के साथ काम किया, वे बहुत सपोर्टिव थे।

कई बार वे कहते हैं कि बेटे को अपने साथ ले आइए, हम लोग उसका ध्यान रखेंगे। इस तरह मैं उन्हें अपने साथ शूटिंग पर भी ले आया था। देर हो चुकी है और सब कुछ हो गया है।’ वे कहते हैं, ‘काम करते चलते पर जिंदगी कहीं न कहीं आपको हल देती है।

काम और परिवार के दौरान मुश्किलों को भी वे हल्के में लेते हैं।

सच कहूं, काम की तलाश में हूं

अचिंत इन दिनों अभिनय के बहुत से प्रोजेक्ट को एक साथ नहीं कर रहे हैं। वे कहते हैं, ‘ईमानदार से कहूं, तो इन दिनों मुझे अच्छे काम की तलाश है। ओटीटी के लिए 1-2 सिरीज हैं। अपने अगले सीजन के लिए काम करूंगी।’ इन दिनों वे सोशल मीडिया के इन्फ्लुएंसर के रूप में अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं।

उन्होंने बताया-भले ही यह लघु स्तर पर हो, लेकिन ये शानदार काम कर रहा है। COVID के दौरान एक अच्छी बात हुई। सोशल मीडिया पर काम शुरू हो गया है। अब मैं लगातार इन्फ्लुएंसर का काम करता रहता हूं। अचिंत कोटो एप से जुड़कर महिलाओं के लिए बात कर रही हैं। वे इस एप की तकनीक और रोचकता से प्रभावित हुए।

छाया के अनुसार खुद को ढाला

सिंगल पेरेंट होने के बावजूद अचिंत ने हर काम को अपने ऊपर ले लिया। वे कहते हैं, ‘मेरे एक्स पति अभी भी मेरे अच्छे दोस्त हैं।’ यदि मुझे अपने बच्चे के लिए कोई बात कहनी होती है या कोई निर्णय लेना होता है, तो मैं उनसे बात कर रहा था। वे भी मुझसे बात कर सकते थे। लेकिन आप काम कर रहे हैं, आप अपने घर की देखभाल करते हैं, तो कुछ डिसिजन लेने में मुश्किल हो सकती है। वैसे मुझे नहीं लगता कि यह बहुत कठिन है।’

उन्होंने आपको उसी तरह से देखा ढाल। उन्होंने अपनी एक परेशानी के बारे में बताया कि जब छोटा बीटा था, तो उनके एजाजमेंट के कारण वे साल के 3 महीने की शूटिंग नहीं कर पाते थे। उन्हें छुट्टी भत्ता था। इसलिए कई सारे अच्छे प्रोजेक्ट भी उनके हाथ से निकल गए। पर उन्हें कोई परेशानी नहीं होती, एक तरह का समायोजन आता है।

मेंटल हेल्थ को मान महत्वपूर्ण हैं

अचिंत कहते हैं, ‘जब भी मैं अपनी जिंदगी के बुरे दौर से गुजरी, मेरा मेंटल इफेक्ट हो जाता है। मुझे पता चला कि इस नशे में एंग्जाइटी या स्ट्रेस की वजह से रिएक्ट कर रही हूं। 2017 में मैं केवलधाम में एक प्रोफेसर के पास जाना शुरू किया। यह आयुर्वेद और योग पर आधारित अनुसंधान केंद्र है। मैंने वहां ध्यान के कंसेप्ट को अच्छी तरह से खुश और समझा। पहले भी मैं ध्यान करता था। लेकिन वहां तकनीक और तकनीक, क्रिया को भी पूरी तरह समझा। इससे मुझे वास्तव में बहुत मदद मिली। वे सलाह देते हैं कि ध्यान और योग के औसत लोग अपने मेंटल हेल्थ को मजबूत कर सकते हैं।

स्किन को मॉइश्चराइज करना भी जरूरी है

अचिंत दिन के समय अपनी त्वचा को खूब मोइस्चराइज करती रहती हैं। फेश को धोने के बाद मोइस्चराइजर और सनस्क्रीन भी लगाते हैं। पहले वे कोई भी प्रोडक्ट स्किन पर इस्तेमाल करते थे। पर अब त्वचा विशेषज्ञ निश्चित रूप से सलाह लेते हैं। वे रात में भी मोइस्चराइजर और नाइट क्रीम लगाते हैं। मुख्य रूप से मैं मोइस्चराइजिंग पर ध्यान देता हूं। हफ्ते में 3 बार स्किन हाइड्रेशन करती हूं। जो रोज आयल और हेम्प आयल आधारित होता है। हफ्ते में टीन डे सोने से पहले 1-2 रन स्किन पर अप्लाई करती हूं। सही मात्रा में हरे रंग की वेजिटेबल टेबल, मोटे प्रमाण निर्धारण से भी स्किन हेल्दी होती है।’

सही मात्रा में ग्रीन वेजिटेबल, वृहत जोखिम निर्धारण से भी स्किन हेल्दी होती है।

अंडे की भुर्जी परांठा है नाश्ता

दोपहर के भोजन में रोटी की सब्जी दाल चावल, सब्जी जरूर चौपट हो जाती है। लेकिन मिलने वाले निश्चित रूप से हैं। वे कहते हैं कि किसी खास रोल को खेलने की जरूरत है, देखते हुए मैं न्यूट्रिसनिष्ट के बारे में बताता हूं कि खाने को फॉलो करता हूं। नहीं तो सरदार की तरह मुझे रोज नाश्ते में अंडा भुर्जी परांठा बहुत पसंद है। रात में चौराहा। वेज या नॉन भेज, लेकिन झिझक या चावल-रोटी नहीं होनी चाहिए। केवल साधक, सूप और एवोकाडो हो।

अपना ख्याल रखना सबसे ज्यादा जरूरी है

अचिंत इस बात को जोर देकर कहते हैं कि महिलाओं को अपना ख्याल रखना चाहिए। आप से प्यार करें। यदि आपको लगता है कि यह सही नहीं है, तो इसे ठीक करना आपके हाथ में ही है। हमारा ऊपर यह लगातार करता है कि हम वह चुनते हैं या नहीं चुनते हैं। हर आदमी के पास होता है। आपके स्वास्थ्य या किसी भी प्रकार के लाभ के लिए आपको निर्णय स्वयं लेना होगा। यदि आप अपना ख़याल नहीं रखेंगे, तो दूसरों का खयाल रखना मुश्किल है। जो इच्छा है, उसके लिए प्रयास करना चाहिए।

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