राज्यसभा सदस्य राउत ने मामले से बातचीत में कहा कि आत्मावलोकन करने की जरूरत नहीं है और इस तरह की सलाह प्रतिद्वंद्वी गुट की हताशा को लेकर करता है।
भाजपा (उद्धव बाल ठाकरे) नेता संजय राउत ने सोमवार को जोर देने का दावा किया है कि पंजीकृत भाजपा स्वयं ‘शासक भाजपा’ है। उन्होंने एकनाथ शिंदे गुट के एक नेता की यह सलाह भी खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने ठाकरे से दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों की एकता के लिए आत्मावलोकन करने को कहा था। राज्यसभा सदस्य राउत ने मामले से बातचीत में कहा कि आत्मावलोकन करने की जरूरत नहीं है और इस तरह की सलाह प्रतिद्वंद्वी गुट की हताशा को लेकर करता है।
उल्लेखनीय है कि शिंदे के नेतृत्व में एक पार्टी ने जून 2022 में बगावत कर दी थी जिसके बाद पार्टी दो अलग-अलग हिस्सों में बंट गई और महाराष्ट्र की सीढ़ी नीत महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। शिंदे में बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से सदस्य बने। शिंदे नीत बालासाहेबंची बीजेपी के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने रविवार को कहा था कि ठाकरे को आत्मावलोकन करना चाहिए जिससे दोनों गुटों की एकता हो सकती है।
ठाकरे के करीबी राउत ने सोमवार को कहा, ”उनकी (केसरकर की) हताशा से उपजी है। स्टेट की जनता ने तय कर लिया है कि ‘धोखेबाजों’ को विधानसभा या 16 दिसंबर नहीं भेजा जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, ”उद्धव ठाकरे नीत बीजेपी ही वास्तविक बीजेपी है। अगर धोखेबाज लोग हमें आत्मावलोकन के लिए कहते हैं तो यह मुश्किल है। आत्मावलोकन की आवश्यकता नहीं है। ठाकरे नीत बीजेपी आगे बढ़ रही है जैसे उसे सबसे पहले दिया गया था।”
राउत ने दावा किया कि शिंदे पक्ष में भी अलग-अलग गुट हैं और एक दूसरे के लिए परेशानी उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, ”यह (शिंदे नीत) सरकार नहीं ली गई है। निर्वाचित निर्वाचित भाजपा में शामिल हो जाएंगे और यही उनका लक्ष्य है क्योंकि बीजेपी उन्हें स्वीकार नहीं करती है और उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है। और वे असम्बद्ध करार दे दिए जाएंगे क्योंकि ठाकरे गुट का पक्ष कानूनी रूप से मजबूत है।
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