रिपोर्ट- ओम प्रकाश
रांची। राजधानी रांची के हादसे से साइबर अपराधियों ने ठगी की हरकत को अंजाम दिया था. बदमाशों ने युवक से करीब 3.5 लाख रुपए की ठगी की थी। साइबर अपराधियों ने स्वयं को स्वैच्छिक केयर का प्रतिनिधि बताया है कि विलंबित किया गया है। मामले में दस्तावेज सी साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार साइबर अपराधियों का नाम अनुल अंसारी और बहरूढ़ि अंसारी बताया गया है। दोनों ही अपराधी देवघर जिले के पथरघटिया गांव के रहने वाले हैं। खास मामला दिसंबर 2022 का है। बरियातू इलाके की बस्ती में रहने वाली कुमारी पूजा को अज्ञात साइबर अपराधियों ने कॉल किया। साइबर अपराधियों ने पूजा को कॉल कर खुद को कस्टमर केयर का प्रतिनिधि बताया और फिर अपने झांसे में लिया।
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Anydesk ईमेल से लगाया गया
ऐसे ही उनके झांसे में आई साइबर अपराधियों ने केवाईसी सूचना के नाम पर पूजा से उनके उम्मीदवारों पर एनीडेस्क ऐप अपना शिकायत दर्ज करें। जिसके बाद उसका फोन हैक कर अपराधियों ने हादसे के खाते से 3.5 लाख रुपए निकाले। मोबाइल पर बैंक खाते से पैसे कटने का मैसेज आया तो पूजा को आभास हुआ कि उसके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है। उसके मरने के बाद साइबर सेल में मामले की शिकायत की। जिसके बाद सी फोकस ने सक्रियता दिखाते हुए अनुसंधान के क्रम में 2 अपराधियों को गिरफ्तार किया।
फ्रॉड कॉल से रहे सावधान- CID साइबर सेल
अपराधियों के पास से पुलिस ने तीन मोजाइल, तीन सिम, दो आधार कार्ड, पांच एटीएम कार्ड, दो पैन कार्ड के साथ नगद रुपए बरामद किए हैं। मामले की जानकारी देते हुए सी अथॉरिटी साइबर सेल के एसपी एस कार्तिक ने बताया कि इस तरह के कॉल आने पर लोगों को सतर्क होना चाहिए। कभी-कभी अंजान व्यक्ति के कहने पर कोई भी एप डाउनलोड न करें अन्यथा आप साइबर अपराधियों का आसान शिकार बन सकते हैं।
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पहले प्रकाशित : 20 जनवरी, 2023, 06:46 IST