
UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ जिला राजनांदगांव में आज माताएँ अपने बच्चों की दीर्घवायु के लिए विशेष पूजा पाठ कर कमरछठ का पर्व मानती है। कमरछठ छत्तीसगढ़ का प्रमुख त्योहार में से एक है, घरों के आंगन सहित गली-मोहल्लों में महिलाएं सगरी बनाकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर कमरछठ की कहानी सुनती है।
आज आस्था के साथ माताएं बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए कमरछठ यानी हलषष्ठी का व्रत रखी गईं, माताएँ पूजा के बाद अपने घर जाकर बच्चों के पीठ पर छह बार पीली पोती मारकर उनके दीर्घायु जीवन की कामना करते है।
व्रत में माताएँ पसहर के चावल समेत छह प्रकार के भाजी और इस व्रत में गाय के दूध, दही, घी का सेवन करना भी मना रहता है, इसलिए इस दिन भैंस के दूध, दही, घी का सेवन किया जाता है। छत्तीसगढ़ में कमरछठ के दिन हल को छूना तो दूर हल चली जमीन पर भी महिलाएं पैर नहीं रखती और हल चले अनाज को भी ग्रहण नहीं किया करती।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :