
मुंबई। बॉलीवुड में 70 और 80 के दशक की ऐसी फिल्में थीं जिनकी कहानी बचपन से ही नजर आई थी। हीरो बचपन में बिछड़ जाता था, तो जवानी में मिलता था। हीरो को बचपन में गरीबी और लाचारी का मुंह देखने वाला और जब वो बड़ा होता था, तब लाचारी और गरीबी का फायदा उठाने वालों को पीटता था, वे बदला लेते थे। राजेश खन्ना की ‘रोटी’, अमिताभ बच्चन की ‘परवरिश’, ‘सुहाग’, ‘याराना’ और ‘अमर कबर एंथोनी’ जैसी फिल्में इस तरह की फिल्मों के उदाहरण हैं। यहां हम आपको ‘रोटी’ में राजेश बेटियों और ‘अमर अकबर एंथोनी’ में अमिताभ बच्चन के बचपन के बारे में शिकायत करने वाले छोटे कलाकारों के बारे में बताया है।
इन फिल्मों में नायक और लाचार दिखने वाले छोटे कलाकार का नाम मास्टर टीटू है। मास्टर टीटू ने न सिर्फ अमिताभ बच्चन (अमिताभ बच्चन) और राजेश की बचपन की भूमिकाए, बल्कि विशिष्ट कलाकार शशि कपूर संग सुपरहिट फिल्म ‘आ गले लग जा’ दी थी। टीटू शशि कपूर को अंकल कहते थे। इस फिल्म में नाइट टीटू का काम सिर्फ 6-7 साल के थे।
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इतना ही नहीं, फिल्म ‘सुहाग’ में मास्टर टीटू ने शशि कपूर (शशि कपूर) के बचपन का किरदार भी निभाया था। मास्टर टीटू का नाम ‘टीटू खत्री’ है। उस दौर में वह पॉपुलर चाइल्ड आर्टिस्ट थीं। टीटू उम्र कलाकार घर-घर में लिपटने लगे थे। लेकिन बड़े-बड़े होने से उनकी पहचान धूमिल होने लगी। वह साइड रोल में नजर आ रहे थे। लेकिन पहली बार सोच-समझकर काम नहीं कर रहा।
टीटू खत्री अब 56 साल के हो गए हैं। (फोटो साभारः Facebook)
अब ये काम कर रहे हैं टीटू खत्री
धीरे-धीरे उन्होंने अभिनय की दुनिया से किनारा कर लिया और स्क्रिप्ट राइटिंग और विज्ञापनों और टीवी धारावाहिकों को डायरेक्ट करने लगे। उन्होंने कुबुल है, ‘सपने सुहाने लड़ाई के’, ‘रब से गोल्ड आईस्क’ जैसे कई शो लॉन्च किए हैं। वह कई टीवी चैनलों के साथ मिलकर काम करते हैं। वह इन दिनों वायकॉम 18 के इन हाउस डायरेक्टर हैं।
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टैग: अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना
पहले प्रकाशित : 10 मार्च, 2023, 15:08 IST



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