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राजस्थान पुलिस: बायतु डीएसपी जग्गू राम सस्पेंड, ड्रग्स तस्करों से था गठजोड़, माफियाओं ने ही खोली पोल

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राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी जग्गूराम हैं
जग्गूराम के साथ एक कांस्टेबल नैनू राम को भी निलंबित कर दिया गया है
जुगराम को सस्पेंड किए जाने पर स्थानीय लोगों ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया

बाड़मेर। राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) की वर्दी पर एक और टैग लगा हुआ है। भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित बाड़मेर जिले के बायतु पुलिस उपाधीक्षक जग्गूराम (बायटू डीएसपी जग्गूराम) और कांस्टेलब नैनू राम को ड्रग्स तस्करों से भगत के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद जहां बाड़मेर पुलिस के बेड़े में हड़कंप मच गया है वहीं इलाके के लोगों ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया है। पिछले दिनों प्रतापगढ़ में पकड़े गए अफीम और डोडा तस्करों से डीएसपी जग्गूराम से गठजोड़ के मिले पुख्ता सबूतों के बाद इस कार्रवाई को अमल में लाया गया है।

बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद जहां एक तरफ जिले में अवैध मादक पदार्थों का तंबाकू रोकने के दावे कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ के पुलिस अधिकारी तस्करों के साथ गठजोड़ कर डोडा और अफीम सहित अन्य विशक्त की तस्करों को बढ़ावा दे रहे हैं। इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रतापगढ़ की छोटी साढ़ी में अवैध पदार्थ के खेप लेकर आ रहे तस्करों और पुलिस के बीच में पहचान हुई। बाड़मेर जिले के दो तस्करों के पांव में गोली मारने के बाद प्रतापगढ़ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है।

पकड़े गए तस्करों ने डीएसपी जग्गूराम के नाम से धमकाया था
इस पर तस्करों ने पुलिस से कहा कि आपके डीएसपी जगुराम से बात करवाते हैं। इस बात की जानकारी जब उच्चाधिकारियों को मिली तो वे आ गए। उसके बाद एडीजी (विजिलेंस) बीजू जॉर्ज ने इसकी पूरी जांच करवाई तो तस्करों और डीएसपी के बीच में व्हाट्सऐप चैट मिले। इसमें डीएसपी और ड्रग्स तस्करों के गठजोड़ के कई अन्य प्रमाण भी मिले हैं। उसके बाद बायतु डीएसपी जग्गूराम और कांस्टेबल नैनूराम को निलंबित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि बायतु डीएसपी जग्गू राम की जांच से पहले ही संदेह के बारे में था। इसकी वजह से आम लोगों में भी उनकी भीड़ जमा हो गई थी। यही वजह है कि स्थानीय लोगों को जैसे ही जग्गूराम के मैसेज आने का पता चला तो उन्होंने आतिशबाजी कर खुशी दी।

आपके शहर से (बाड़मेर)

डीएसपी जग्गूराम की भूमिका को लेकर पहले भी संशय की आशंकाओं में आई थी
कुछ दिन पहले बायतुथानाधिकारी ओमप्रकाश द्वारा तस्करों को पकड़ने के दौरान उनकी कार को टक्कर मार दी गई थी। इस दौरान फायरिंग भी हुई थी। उस घटना के बाद भी डीएसपी जग्गूराम की भूमिका को लेकर संदेह में शिकायत आई थी। वहीं उन पर पुलिस के उच्च अधिकारियों पर भी सही तथ्यात्मक जानकारी नहीं देने के आरोप लगे। दो दिन पूर्व थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया था। इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने छक्कों का प्रदर्शन किया। वहीं अब डीएसपी जग्गूराम ने धरना प्रदर्शन कर आतिशबाजी की है.

पुलिस का मनोबल और साख खराब होता है
पुलिस अधीक्षक ने दिगंत आनंद का कहना है कि इस तरह के अधिकारी और कार्मिक पुलिस के मनोबल और साख खराब होते हैं। अगर आगे से कोई संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि बाड़मेर जिला अवैध डोडा पोस्ट और अफीम तस्करों का अड्डा बन रहा है। युवा पीढ़ी डोडा पोस्ट और अफीम के नशे की लत में बर्बाद हो रही है।

टैग: बाड़मेर खबर, अपराध समाचार, राजस्थान न्यूज, राजस्थान पुलिस

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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