
उदयपुर समाचार: राजस्थान में आने वाला साल चुनावी साल होगा। इसके लिए जनता को लुनने के लिए एक तरफ जहां कांग्रेस (Congress) भारत जोड़ो यात्रा कर रही है तो वहीं बीजेपी (BJP) जन रैलियां निकाल रही है। दोनों पार्टियां हर स्तर पर अपने वोटरों को लुनने में लगी हैं। इस बीच बीजेपी के प्रदेश ग्रेडर सतीश पुनिया (सतीश पुनिया) रोशन में ऐसी जगह पहुंचे जहां इससे पहले इस स्तर का कोई भी नेता अब तक नहीं पहुंचें। यह जगह शहर से 35 किलोमीटर दूर जयसमंद झील के बीच टापू पर बस गांव से बनी है। यहां पुनिया नाव से पहुंचे और नाविक भी खुद ही बने।
विधायक सहित अन्य अधिकारियों के बने व्यापारी पुनिया
दरअसल बीजेपी की तरफ से लोगों की भीड़ रैली निकाली जा रही है। इसी को लेकर प्रदेश के सम्मानित पुनिया मेवाड़ और वागड़ के दौरे पर हैं। जयसमंदिर में जन रैली के बाद पुनिया जयसमंदिर झील पहुंची जो एशिया की दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है। यहां उनके साथ सलूम्बर भाजपा विधायक लाल मीणा सहित अन्य रिश्तेदार भी थे।
इस झील के बीच में एक टापू है जिसका नाम है बाबा मगरा। पुनिया अधिकारियों के साथ टापू पर जाने की इच्छा रखता है, लेकिन इस टपू पर जाने के लिए नाव ही एकमात्र उपाय है। विधायक और अन्य आरोपी नाव में बैठे और पुनिया नाविक चप्पू दौड़ते हुए टापू पर पहुंचे। पुनिया ने वहां पहुंचकर स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उसी समय खाना खाया। लोगों ने पुनिया को अपने खतरे भी बताए।
लोग कहां आजादी के बाद कोई पार्टी अध्यक्ष नहीं आया
पुनिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वहां पहुंचने के बाद लोगों से बातचीत की और वहां के हालात जाने। लोग आज भी यहां सामान्य सुख-सुविधा से पीड़ित हैं। पीने का पानी तक लोगों को नहीं मिल रहा है। रिकॉर्ड ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक किसी पार्टी का प्रदेश ग्रेडर यहां नहीं आया, यह पहली बार है जब कोई बड़ा नेता यहां आया है।
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