रायपुर – धरसींवा के तिवरैया गांव के लोग उस वक्त हैरत में पड़ गए जब खेत में लगभग लदान फीट अधिकतम शिवलिंगनुमा शिला निकली। इसके बाद आसपास के गांव के लोग शिवलिंग के दर्शन के लिए यहां आ रहे हैं। कार्यक्षेत्र ने यहां पूजा शुरू कर दी है। बसा तिवरैया गांव जनआस्था का केंद्र बना है।
बताया जा रहा है कि एक माह पहले साहू परिवार के खेत में लगभग लदान इंच अधिकतम शिवलिंगनुमा शिला निकली थी। उसे धान की सफलता की निराई-गुड़ाई करते समय किसान परिवार और अन्य लोगों ने देखा था। बात आई-गई हो गई थी, लेकिन जनआस्था दो दिन पहले तब उमड़ी, जब कुछ लोगों ने बताया कि शिला का आंकड़ा बढ़ रहा है। लोगों का कहना है कि यह शिला पहले दो इंच की थी, लेकिन अब दो फीट की हो गई है।
खेत में निकले शिवलिंगनुमा आंकड़े का पत्थर का आकार बढ़ने से यह तर्क के लिए आस्था का केंद्र बन गया है। ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थिति स्वयंभू शिवलिंग के रूप में फूल, नारियल और जल चढ़ाकर पूजा- अर्जन कर रहे हैं। दिनभर जहां शिवलिंग के रूप में पूजा- अभिषेक का चिरस्थायी रूप है। रात में भी दर्शन के लिए लोग पहुंच रहे हैं। गांव के सरपंच पति राजेंद्र साहू व अन्य प्रावधानों ने नई दुनिया से चर्चा में बताया कि तिवरैया ग्राम में साहू परिवार के खेत में यह शिवलिंग की गणना की शिला निकली, उस खेत की फसल लगा था।
यहां निंदाई-गुड़ाई के समय दो इंच का पत्थर दिखा। एक माह बाद जब उस शिला पर नजर पड़ी तो लदान फीट हो गया। शिवलिंग के आकार में आश्चर्यजनक रूप से देखा गया। बन्धन की दृष्टि दो दिनों से स्थिति आस्था का केंद्र बना। न सिर्फ गांव के बल्कि, दृष्टि से भी लोग दर्शन के लिए आ रहे हैं। अब तक सैकड़ों लोग दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं ऐसी खबरें फैल रही हैं। लोगों के दर्शन के लिए हिमालय का दर्शन है। खेत के मालिक भी स्वयंभू शिवलिंग के रूप में भगवान शिव का आशीर्वाद मान प्रसन्न होते हैं।