रायपुर समाचार: पंजाब केपाल सिंह (अमृतपाल सिंह) के समर्थन में रैली निकली और अमृतपाल जिंदाबाद के नारे लगाने वाले के खिलाफ रायपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। इस मामले में गुरुवार को पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें रैली के मैनेजर दलेर सिंह रंधावा, मनिंदरजीत सिंह, हरविंदर सिंह सन्धू और हरप्रीत सिंह रंधावा को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में विधानसभा में भी जोरदार जोर हुआ।
विवाद के बाद रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
22 मार्च को रायपुर में सिख संगठनों के 50-60 लोगों ने भगौड़े अमृतपाल के समर्थन में रैली निकाली थी। इसके बाद इस मामले पर जमकर विवाद हुआ. गुरुवार सुबह प्रशासनिक समिति ने सिविल लाइंस को नोटिस भेजने को कहा था। इसके बाद दिलेर सिंह रंधावा ने वीडियो जारी कर सफाई देने की कोशिश की और रैली को खालिस्तान समर्थन में नहीं निकालने का बयान दिया। इसके बाद रायपुर पुलिस ने इस मामले में घटना स्थल के पास घेराबंदी की और रैली के दौरान बाइट के यरिंग के आधार पर चारों को गिरफ्तार कर लिया।
रायपुर पुलिस ने कहा है कि लोक शांतिभंग होने की संभावना के मद्देनजर और वीडियो प्रमाण के आधार पर सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 180/23 धारा 147, 153(ए), 504, 505(1) (बी) आईपीसी के तहत प्रावधान दर्ज कर देते हैं 4 जालसाजों को गिरफ्तार किया गया। इसमें 46 साल के दिलेर सिंह रंधावा, 40 साल के मनिंदरजीत सिंह, 44 साल के हरविंदर सिंह सन्धू और 42 साल के हरप्रीत सिंह रंधावा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शाम का धरना की दी गई थी चेतावनी
बता दें कि बुधवार को तेलीबांधा गुरु द्वारा पंचशील नगर तक 50 से 60 लोगों की रैली निकाली गई थी। यह रैली पंजाब के अमृतपाल सिंह के समर्थन में निकाल दी गई। उसके आंध्र ने सिख धर्म के लोगों पर साजिश करने का पंजाब सरकार पर आरोप लगाया था और पंजाब सरकार की कार्रवाई का जोरदार विरोध किया। वहीं इसके अलावा टाटीबंद गुरुद्वारा में अमृतपाल के अनाचार ने कार्रवाई नहीं रोकने पर बेरोजगार धरना देने की चेतावनी दी थी।
इस मामले को लेकर विधानसभा की कार्यवाही के दौरान भी गुरुवार को जोरदार जोर हुआ. संदिग्ध ने कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था गड़बड़ी होने का आरोप लगाया। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए चेतावनी है, यहां खालिस्तान के समर्थन में रैली निकाली जा रही है। इसे लेकर मंत्री रविंद्र चौबे ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में कोई भी संलग्नक रहे हैं हम उसका विरोध करेंगे। ऐसी स्थिति में किसी भी व्यक्ति को छत्तीसगढ़ में सिर उठाना नहीं दिया जाएगा।
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