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Raipur News : फर्जी पुलिस बनकर ब्लैकमेलिंग: वाई-फाई लगाने के बहाने युवक से 20 हजार की वसूली, 5 आरोपियों की गिरफ्तारी

UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर | SSP संतोष सिंह ने आदतन अपराधी को फटकार लगाई है। उन्होंने आरोपी को कहा कि पुलिस इस बार तुम्हारी भी ठीक तरह से खातिरदारी करेगी। गिरोह के एक आरोपी पर 9 केस दर्ज हैं, जिसमें पॉस्को जैसे गंभीर मामले भी हैं। आरोपी ने इस बार फर्जी पुलिसवाला बनकर ब्लैकमेलिंग किया।

2 महिलाओं ने खंडहर में WI-FI लगाने के बहाने से बुलाया और कहा कि तुमने रेप किया है। गिरोह के मुख्य आरोपी प्रदीप ने युवक से जबरन पैसे भी वसूले। वारदात में प्रदीप के साथ 2 महिला समेत 5 लोग शामिल थे।

पूरा केस जानिए…

रायपुर SSP संतोष सिंह ने बताया कि पुलिस के पास डीडी नगर के रहने वाले राघव मिश्रा ने शिकायत दी कि वह एयरटेल कंपनी में वाई-फाई लगाने का काम करता है। उसके दोस्त यश प्रजापति के माध्यम से एक अन्नू अग्रवाल नाम की महिला ने फोन किया।

अन्नू ने कहा कि उसकी सहेली खुशबू तिवारी एक फैक्ट्री में वाई-फाई लगवाना चाहती है। वह वहां गार्ड की नौकरी करती है। तुम आकर लोकेशन देख लो

युवक को खंडहर में बुलाया

अगले दिन राघव मिश्रा काम के लिए खुशबू तिवारी और अन्नू अग्रवाल से मिलने उनके बताएं लोकेशन पर पहुंचा। वहां एक खंडहर था। दोनों महिलाओं ने उसे इशारा करके भीतर बुलाया। खंडहर के एक कमरे में कुर्सी रखी थी, जहां पर उसे बैठने के लिए कहा गया।

इसके बाद दोनों महिलाएं वॉशरूम के बहाने बाहर आ गईं और अपने साथियों को फोन कर दिया। राघव को थोड़ा शक हुआ तो वह खंडहर से बाहर निकला। इसी दौरान, वहां पर दो लड़के प्रदीप सिंह और मदन सोना पहुंच गए।

दो युवकों ने रोककर डराया

उन्होंने खुद को पुलिस वाला बताया और उससे पूछताछ करने लगे। पहले से तय साजिश के मुताबिक, दोनों महिलाएं अन्नू और खुशबू भी वहां पहुंच गई। उन्होंने राघव पर रेप और छेड़खानी का आरोप लगा दिया। इसके बाद प्रदीप और मदन उसे थाने ले जाकर रेप केस दर्ज करने की धमकी देने लगे।

केस दबाने के बहाने ऑनलाइन पैसे वसूल कर लिए

आरोपी प्रदीप सिंह और मदन लगातार उसे डराते धमकाते रहे, राघव बुरी तरह डर गया। इसके बाद आरोपियों ने उससे 20 हजार रुपए की मांग की। राघव के पास इतने पैसे नहीं थे तो आरोपियों ने उसे कम से कम 8 हजार देने को कहा।

राघव ने अपनी मां को फोन कर रुपए मंगवाए। इसके बाद आरोपियों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए। राघव जैसे तैसे आरोपियों के चंगुल से निकला और अपने घर पहुंचा। उसने घर वालों को पूरी बात बताई और थाने में शिकायत भी की।

डिजिटल पेमेंट के आधार पर पकड़े गए

मामले में ASP दौलत रामपोर्ते और CSP अमन झा ने टीम बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस ने डिजिटल पेमेंट के आधार पर आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने कई और लोगों के साथ इस तरह से ठगा है।

पुराना अपराधी है प्रदीप, दोस्त यश भी गिरफ्तार

मामले का मास्टरमाइंड प्रदीप सिंह है। प्रदीप मूल रूप से ट्रक ड्राइवर है। उसके खिलाफ रायपुर और बिलासपुर के थानों में करीब 9 FIR दर्ज है। आरोपी के खिलाफ 2022 में आमानाका थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत रेप केस भी दर्ज हुआ था।

इसके अलावा आरोपी पर मारपीट, जानलेवा धमकी देने जैसे केस दर्ज हैं। राघव को फोन करने वाला यश प्रजापति भी इस मामले में शामिल था।

दो महिलाओं समेत 5 आरोपी गिरफ्तार

  1. प्रदीप सिंह, उम्र 32 साल, निवासी टाटीबंध, रायपुर
  2. यश प्रजापति, उम्र 23 साल, निवासी सोनडोंगरी, रायपुर
  3. मदन सोना, उम्र 38 साल, निवासी ज्योति नगर, कोटा, रायपुर
  4. खुशबू तिवारी, उम्र 33 साल, हीरापुर रायपुर
  5. अन्नू अग्रवाल, उम्र 35 साल, निवासी डुमर तालाब, आमानाका. रायपुर
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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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