डीआरएम बेटी जूता: बरेली जीआरपी पुलिस ने करीब एक महीने बाद डीआरएम की बेटी के ट्रेन से कब्जे के निशान निकाले हैं। डीआरएम की बेटी के कीमती जूतों की जांच के लिए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म बिजनेस (आईआरसीटीसी) महीने भर से शुरू हुई थी। आखिरकार महीने भर बाद पुलिस ने एक महिला की पहचान की और उसकी शिकायत का इलाज किया।
लखनऊ मेल के एसी कोच से हुई जूतों की चोरी
जीआरपी (बरेली) के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन) के मुताबिक विनीत सिंह ने 5 जनवरी को ओडिशा के संभलपुर में अपनी बेटी की ओर से चोरी की शिकायत दर्ज की थी। शिकायत में डीआरएम ने कहा था कि चार जनवरी को लखनऊ मेल के एसी कोच से उनकी बेटी के 10,000 रुपये के जूते चोरी हो गए हैं। इस शिकायत में उन्होंने बताया था कि बेटी उनकी बरेली स्टेशन पर उतरी है, इसलिए इस मामले की जांच जीआरपी (बरेली) के पास भी गई।
सीसीटीवी फुटेज से भी नहीं चला महिला का पता
फिर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जीआरपी ने महिला की तलाश की कोशिश की लेकिन फिर महिला का पता नहीं चला। जीआरपी को पता चला कि एक महिला डीआरएम की बेटी के कोच में ही बैठी हुई थी। इसी के आधार पर फिर पुलिस महिला की तलाश में जुट गई। आखिरकार पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया और महिला ने गलती से जूते पहनने की बात स्वीकार कर ली। वहीं पुलिस ने डीआरएम की बेटी की चोरी हुए जूतों को भी बरामद कर लिया है।
जानकारी की मदद से मिली जानकारी
इस मामले को लेकर डिप्टी एसपी (बरेली जीआरपी) देवी मरियल ने कहा कि हमने बरेली स्टेशन के प्रवेश और एग्जिट गेट के 4 जनवरी के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. हालांकि, महिला का कोई पता नहीं चला, फिर भी हमने स्पष्टीकरण अधिकारियों से एसी प्रथम श्रेणी के यात्रियों की जानकारी देने के लिए मदद मांगी।