
UNITED NEWS OF ASAIA. रायगढ़ | छत्तीसगढ़ के लैलूंगा थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गांजा तस्करी के नेटवर्क का खुलासा किया है। ओडिशा से 60 किलो गांजा लाकर बेचने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान कटखरा बैस्कीमुड़ा निवासी केशव यादव (29) और चिटकानारा निवासी नत्थु उर्फ लुंदरोराम यादव (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से 22 किलो गांजा बरामद किया, जिसे इन्होंने गांव के नवनिर्मित मकान में छिपाकर रखा था।
क्रेटा कार से तस्करी कर बेच दिया 38 किलो गांजा
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि 1 मार्च को दोनों आरोपी ओडिशा के रेडाखोल-बौध क्षेत्र से 60 किलो गांजा खरीदकर रायगढ़ लाए थे। इसके बाद तस्करों ने 38 किलो गांजा पहले ही बेच दिया, जबकि 22 किलो गांजा सोनाजोरी स्थित एक मकान में छिपाकर रखा था।
पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा, बड़ी मात्रा में संपत्ति जब्त
सूचना मिलते ही साइबर सेल और पुलिस की संयुक्त टीम ने तत्काल घेराबंदी कर दोनों तस्करों को पकड़ लिया। जांच के दौरान पुलिस को मकान में छिपाकर रखा 22 किलो गांजा बरामद हुआ। साथ ही तस्करी में इस्तेमाल की गई क्रेटा कार, एक बाइक और दो मोबाइल भी जब्त कर लिए गए।
21 लाख की संपत्ति जब्त, गांजा बेचकर खरीदी थी करोड़ों की जमीन
पुलिस जांच में पता चला है कि केशव यादव ने गांजा तस्करी के मुनाफे से क्रेटा कार खरीदी थी। इतना ही नहीं, उसने सोनाजोरी और रूडेकेला में करीब 51 लाख की जमीन भी खरीदी थी। पुलिस ने गांजा समेत कुल 21.50 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है।
पुलिस की सख्ती जारी, आगे की जांच में जुटी टीम
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस तस्करी नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है और ओडिशा से गांजा लाने के लिए कौन-कौन मदद कर रहा था। रायगढ़ पुलिस अब इस तस्करी नेटवर्क की पूरी जड़ तक पहुंचने के लिए आगे की कार्रवाई कर रही है।













