कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब मोदी सरनेम को लेकर मानहानि के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद सूरत कोर्ट के फैसले के खिलाफ सेशल कोर्ट में अपील करेंगे। कांग्रेसी नेता गांधी इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देंगे। संभावना है कि तीन अप्रैल को राहुल गांधी इस मामले में फैसले को चुनौती देंगे।
कांग्रेस नेता गांधी ‘मोदी सरनेम’ मानहानि मामले में अब सेशल कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है। राहुल गांधी का हाल ही में सूरत कोर्ट ने इस मामले में दोषी ठहराया है। इसके बाद यह अनुमान लगाया जाता है कि तीन अप्रैल को राहुल गांधी सेशन कोर्ट में इस फैसले को चुनौती देगा। इसके लिए सोमवार को याचिका दायर की जाएगी।
अटैचमेंट है कि कोर्ट ने राहुल गांधी को मानहानि मामले में दोषी करार दिया था, जिसके बाद राहुल गांधी की संसद ने याचिका दायर की थी। कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की जेल और 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद राहुल गांधी इस मामले में दोष पर रोक की मांग करेंगे। अगर इस मांग को स्वीकार किया जाता है तो राहुल गांधी की संसद की सदस्यता बहाल हो जाती है।
इस मामले में सुनवाई होगी
मोदी सरनेम मामले में दिए गए आरोपों में फंसने के बाद राहुल गांधी की मुसीबत अब और बढ़ती जा रही है। दरअसल, उनके एक और बयान को लेकर मानहानि का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला उत्तराखंड के दूसरे कोर्ट में दर्ज किया गया है। वकील अरुण भदौरिया ने कमल भदौरिया की ओर से यह शिकायत की है। कमल भदौरिया आरएसएस के सक्रिय सदस्य रह चुके हैं। इस मामले की सुनवाई अब 12 अप्रैल को होगी।
राहुल गांधी की अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर एक बयान दिया था। राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना कौरव से की थी और उन्हें 21वीं सदी का कौरव बताया था। इसी मामले को लेकर अब तक राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया है। आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अपने बयानों में राहुल गांधी ने कहा था कि अब 21वीं सदी के कौरव खाकी हाफ पेंट साइन हैं, हाथों में लाठी लेकर खड़े होते हैं और उम्मीदवार हैं।