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ब्रिटेन की राजधानी लंदन में दिए गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयानों पर बवाल मचा है। एक ओर भाजपा जहां पूरे मुकदमों में घोर भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है, वहीं राहुल गांधी से मजाक की मांग कर रही है, तो वहीं राहुल ने इनकार करते हुए कहा है कि यदि देश में लोकतंत्र कायम है तो आज मुझे संसद में बोलने का मौका मिलेगा। इस पूरे मामले को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां पर उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिसके बाद सीनियर लीडर जयराम रमेश को बीच में ही उन्हें टोकना पड़ा।
मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा, ”दुर्भाग्य से, मैं संसद सदस्य हूं और मुझे उम्मीद है कि मुझे संसद में भाषण दिया जाएगा।” इसके बाद उनके बगल में बैठे जयराम रमेश ने उन्हें बीच में ही टोका। वे राहुल के पास आकर धीरे-धीरे यह कहते हुए सुनाई दिए कि आपने कहा कि दुर्भाग्य से मैं एक सांसद हूं। इस पर वे मजाक बना सकते हैं। इस पर राहुल गांधी ने फिर से मीडिया को संदेश देते हुए कहा कि मैं इसे स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि दुर्भाग्य से मैं आपके सवालों का जवाब नहीं दे सकता हूं।
बीजेपी के कई नेताओं ने वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया, ”आखिर कितना और कब तक सिखाओगे?” वहीं, जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम टेलीप्रॉम्प्टर के बिना मीडिया फ्रैंक से बात करते हैं। यह ‘मोदानी घोटाला’ से ध्यान भटकाने की एक और कोशिश है।
‘लोकतंत्र बरकार है तो बोलने का मौका मिलेगा’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि देश में अगर लोकतंत्र कायम है तो उन्हें संसद में अपनी बात रखने की आवश्यकता है क्योंकि उनकी सरकार के चार मंत्रियों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह भारतीय जनतंत्र के लिए एक इम्तहान भी होगा कि उन्हें भी चार मंत्रियों की तरह ही प्रभुओं में बोलने का पूरा अवसर मिलता है या फिर चुप होने के लिए कहा जाता है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडाणी समूह से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से संसद में पूरा तमाशा खड़ा कर दिया गया है।
राहुल की जोक की मांग पर आदि BJP
दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने फिर कहा कि कांग्रेस नेताओं को अपने बयानों के लिए सार्वजनिक रूप से जोक मांगनी चाहिए। अपने ब्रिटेन दौरे से बुधवार को स्वदेश लौटने के बाद राहुल गांधी संसद पहुंचे और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलने का आग्रह किया कि उन्हें सदन में बोलने का मौका दिया जाए। बाद में उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में शपथ से कहा, ”आज मैं संसद और लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि मैं संसद में बोलना चाहता हूं, सरकार के चार मंत्री मेरे ऊपर आरोप लगाते हैं तो मेरा हक है कि मैं सदन में अपनी बात रखूं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का कहना था, ”मुझे नहीं लगता कि बोलूंगा। फिर भी मैं आशा करता हूं कि कल (शुक्रवार) मुझे बोलने का मौका मिलेगा।”