रायबरेली समाचार: उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश) के रायबरेली (रायबरेली) में रामचरितमानस की चौपाइयों में छेड़छाड़ करते हुए एक जाति विशेष को निशाना बनाने वाले दो रणनीतियों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। दोनों दस्तावेज़ों ने गांव की दीवारों पर अशोभनीय आरोप लिखे हैं जिसके बाद ब्राह्मणों में जबरदस्ती देखने को मिली। यह मामला जगतपुर थाना क्षेत्र के भीपुर गांव का है।
बेहीपुर गांव में रहने वाले दो शहरों ने अशोभनीय टिप्पणी करने वाले स्लोगन गांव में बने घरों की दीवारों और शौचालयों की दीवारों पर लिखने लगे जिनकी चर्चा गली-गली कूचे कूचे में होने लगी। शौचालय की दीवार पर लिखा था कि ढोल, ब्राह्मण, पंडा-पुजारी, सकल ताड़ना के अधिकारी, जिसके बाद में ब्राह्मणों को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी से ब्राह्मण वर्ग पूरी तरह लकवाग्रस्त हो उठा।
सभी ने मिलकर अपनी आवाज उठाई तब कहीं भी जगतपुर पुलिस की नींद खुली और उसने अमर्यादित टिप्पणी करने वाले दो लोगों डॉक्टर पुरीखा और वीरेंद्र यादव के खिलाफ दायर याचिकाओं में मुकदमा दर्ज किया। साथ ही सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इनमें से एक तस्वीर में लिखा है कि एससी एसटी ओबीसी ने नीचे लिखा है कि ब्राह्मण को दान, मंदिर को अनुदान, मनुवादी को मतदान बंद करो बंद करो।
क्या है पूरा मामला?
अपर पुलिस अधीक्षक नव कुमार सिंह ने घटना के संबंध में बताया कि थाना जगतपुर के बेहीपुर का एक एपिसोड सोशल मीडिया और ग्रामवासियों की वजह से संज्ञा में आया है, जिसमें गांव के डॉक्टर ही पुरीखा और वीरेंद्र यादव ने शौचालय की छत पर अमर्यादित टिप्पणी वाले जो सामाजिक सौहार्द को नारा दिया गया था, वह विलोपन जैसा था। जैसे ही जगतपुर पुलिस को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने अतिक्रमण पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। साथ ही दोनों पुलिस की दायरा में मुकदमा दर्ज कर न्यायिक कार्रवाई में शामिल हो गया है।
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