
UNITED NEWS OF ASIA. बुरहानपुर। नगर निगम में ई-कचरा वाहन खरीदी को लेकर बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। RTI से मिली जानकारी के अनुसार, नगर निगम ने 8.19 लाख रुपये की गाड़ियां उत्तर प्रदेश के गुड़गांव से 11.10 लाख रुपये में खरीदी हैं। मामले की शिकायत आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) और लोकायुक्त से की गई है।
35 लाख रुपये का अतिरिक्त खर्च!
सूत्रों के अनुसार, नगर निगम ने शहर की सफाई के लिए 10 ई-कचरा वाहन खरीदे, जो बुरहानपुर में ही 8 लाख रुपये में उपलब्ध थे। बावजूद इसके, इन्हें यूपी के गुड़गांव से 11.10 लाख रुपये प्रति वाहन की दर से खरीदा गया। ट्रांसपोर्टेशन और सजावट पर 4 लाख रुपये अतिरिक्त खर्च किए गए, जिससे कुल 35 लाख रुपये का अनावश्यक खर्च हुआ।
14 बार एक ही ठेकेदार को टेंडर, महापौर के रिश्तेदार पर आरोप
जानकारी के मुताबिक, टेंडर प्रक्रिया में भी अनियमितताएं सामने आई हैं। एक ही ठेकेदार को 14 बार टेंडर जारी किया गया, जो जांच का विषय है। आरोप है कि यह टेंडर जेम्स पोर्टल पर जारी किया गया ताकि इसे सार्वजनिक रूप से चुनौती न दी जा सके। वाहन सप्लाई करने वाला राकेश गुप्ता, महापौर का रिश्तेदार बताया जा रहा है।
नगर निगम ने किया बचाव, आरोपों को बताया निराधार
इस मामले पर नगर निगम के प्रभारी कार्यपालन यंत्री प्रेम कुमार साहू ने सफाई देते हुए कहा कि खरीदी प्रक्रिया पूरी तरह से नियमों के अनुसार हुई है और यह आयुक्त के आदेश पर की गई थी। उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है।
अब आगे क्या?
RTI से मिले इस खुलासे के बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया है। शिकायतकर्ताओं संदीप जाधव और नितिन गवले ने EOW और लोकायुक्त से निष्पक्ष जांच की मांग की है। अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई करता है या यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।



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