
UNITED NEWS OF ASIA. हितेश पांडेय, जांजगीर-चांपा | ग्राम उच्चभट्टी के निकट स्थित शांति जी डी पॉवर प्लांट में आज तड़के सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें ग्राम फरसवानी का 18 वर्षीय मजदूर भुवन बरेठ (पिता स्व. जनक राम) मशीन में फंसने से मौत दर्ज हुई। घटना की जानकारी मिलते ही संयंत्र एवं आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई है।
दुर्घटना का सिलसिला
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, भुवन बरेठ सुबह करीब 5.30 बजे संयंत्र के मुख्य मशीनरी हॉल में काम कर रहा था। तभी अचानक उसकी चपेट में आने से वह मशीन के अंदर फंस गया। मजदूरों ने तुरंत मदद के लिए प्लांट सुरक्षा कर्मियों को बुलाया, लेकिन समय रहते उसे बाहर नहीं निकाला जा सका और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
परिजनों में रोष, मुआवजे की मांग
हादसे की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन व ग्रामवासी साइट पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने प्लांट प्रबंधन पर ढीली सुरक्षा व्यवस्था का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजे एवं शासन-प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है,
“भुवन हमारी अंतिम आस था, उसकी जान बचाई जा सकती थी—यदि सुरक्षा गार्ड व इमरजेंसी ब्रेक सिस्टम सही से काम करते।”
प्रबंधन की चुप्पी और सुरक्षा सवाल
प्लांट प्रबंधन फिलहाल इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं कर रहा है। सुरक्षा कर्मियों और इंजीनियरों ने भी घटनास्थल पर जुटकर शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया, लेकिन डॉक्यूमेंटेड सुरक्षा मानकों और मशीनरी प्रोटोकोल का पालन क्यों नहीं हुआ, इसका उत्तर अभी तक नहीं मिला।
स्थानीय प्रशासन का रुख
थाना उच्चभट्टी की पुलिस ने प्रबंधन की ओर से शव को बहनपुरा सरकारी अस्पताल भेजकर पोस्टमार्टम कराया है और घटना के कारणों की जाँच शुरू कर दी है। SDM माननीय ने कहा,
“घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यदि प्रबंधन की चूक पाई गई, तो संबंधित अधिकारी एवं सुरक्षा प्रभारी भी जिम्मेदार ठहराए जाएंगे।”
पिछले साल भी दो बार मशीनलय हादसों में दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सुरक्षा उपायों में कोई ठोस सुधार नहीं दिखा। इस घटना ने पुनः संयंत्र में कार्यस्थल सुरक्षा, आपातकालीन ब्रेक, तथा मशीन गार्डिंग की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।