UNITED NEWS OF ASIA. विश्व मानव आबादी की 17.7% आबादी भारत में है जिसके लिए 2.4% भूमि समूह में वैश्विक स्वच्छ जल स्रोतों के केवल 4% के साथ प्रबंधन करना है।
पिछले 6 वर्षों में चूंकि सरकार का बल मूलभूत सेवाओं जैसे आवास, शौचालय, बिजली, रसोई गैस, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि उपलब्ध कराने पर केन्द्रित रहा है, इसलिए अब लोगों की स्वाभाविक आकांक्षा है कि उनके जीवन को सरल बनाने के लिए उनके परिसर में नल से जलापूर्ति उपलब्ध हो जाए। घरों के परिसर के भीतर पेयजल की निश्चित उपलब्धता से न केवल ग्रामीण आबादी के स्वास्थ्य और सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार होगा बल्कि इससे ग्रामीण महिलाओं और बालिकाओं को भी कठिन परिश्रम करने से छुटकारा मिलेगा। इस पृष्ठभूमि में 15 अगस्त, 2019 की जल जीवन मिशन (जेजेएम) शुरू किया गया जिसका उद्देश्य राज्यों की भागीदारी से वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) प्रदान करना है।
नल जल जीवन मिशन में अनियमित्ता और घटिया कार्य किए जाने की शिकायत बहुत सारे ग्राम पंचायत में आ रही है जिसमे ग्राम पंचायत जल्ली में नलजल योजना के तहत पानी टंकी व घर- घर नल की कार्य चल रहा है। कार्य की जांच कर खराब कार्य को सुधार करने की जरूरत हैं जो कि पानी टंकी का कार्य पूर्ण हो चुका है जिसमें पानी की टंकी सीपेज (लीक) हो रही है जिसकी क्षतिग्रस्त होने की ग्राम वासियों द्वारा आशंका जताई जा रही है और ग्राम की सी०सी० रोड को खोदकर पाईप डाला गया तत्पचात सी०सी० रोड की कांक्रिटिंग किया गया जिसकी ढ़लाई 2 से 3 इंच ही किया गया जिसके कारण वाहन की आवाजाही में सी०सी० रोड फुटकर प्रभावित हो चुका है। जिसके कारण बारिस का पानी इकट्टा हो कर पानी सीसी रोड को प्रभावित कर रहा है। जिसकी खामियाजा पंचायत के ग्राम वासियों को उठाना पड़ रहा है व घर-घर नल की जो व्यवस्था की गई। है। उसमें सीमेंट रेत व वजरी (गिट्टी) की ठेकेदार द्वारा चोरी की जा रही है। जिसके कारण गुणवत्ता पूर्ण कार्य नही हो रहा है व उसकी गुणवत्ता में कमी होने के कारण घर-घर नल की प्लेट फार्म समय अवधि से पहले क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। व मजदूरों को डरा धमका कर वर्क स्कोप से कम मटेरियल लगाने की हिदायत दी जाती है लगातार जिसमें मजदूर लोकल ग्रामवासी है।
ग्रामवासियों के हक अधिकार को गुणवत्ता पूर्ण कार्य पूर्ण कराने और कार्य की जांच की जावे ।