चीन ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि क्वाड नो मिलिट्री ग्रुप नहीं है। हालांकि चीन की तरफ से हमेशा यही माना जाता है कि क्वाड के सभी बड़ी शक्तियां उन्हें दक्षिण चीन और हिंद प्रशांत महासागर में घोरपन के लिए मंथन कर रही हैं।
क्वाड के देशों ने आज दिल्ली में मुलाकात की है। इस दौरान ग्रुप के चारों देशों के विदेश मंत्री ने अपनी बात रखी। क्वाड विदेश मंत्री की बैठक के बाद उनके शेयर शेयर सामने आए। बयानों में कहा गया है कि हमारी आज की बैठक एक मुक्त और खुले भारत-प्रशांत का समर्थन करने के लिए क्वाड की अटकल की पुष्टि करती है, जिसमें समावेशी और लचीला है। चीन ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि क्वाड नो मिलिट्री ग्रुप नहीं है। हालांकि चीन की तरफ से हमेशा यही माना जाता है कि क्वाड के सभी बड़ी शक्तियां उन्हें दक्षिण चीन और हिंद प्रशांत महासागर में घोरपन के लिए मंथन कर रही हैं।
साझा शर्तों में कहा गया है कि हम, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्री और संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य सचिव क्वाड विदेश मंत्री की बैठक के लिए 03 मार्च 2023 को नई दिल्ली, भारत में मिले। हमारी आज की बैठक एक खुला और खुला भारत-प्रशांत का समर्थन करने के लिए क्वाड की फर्म की पुष्टि करती है, जो समावेशी और लचीला है। हम स्वतंत्रता, कानून का शासन, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों का समर्थन करते हैं, बिना किसी खतरे या बल के उपयोग और जाल और अतिउड़ान की स्वतंत्रता का सहारा लिए बिना संबंधों का कार्य समाधान करते हैं, और यथास्थिति को बदलने के किसी एकतरफा प्रयास का विरोध भी करते हैं, जिनमें से सभी हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए आवश्यक हैं।
हम अपने दृक् विश्वास को दोहरा रहे हैं कि क्वाड, क्षेत्रीय और वैश्विक व्याप्ति के लिए एक बल के रूप में कार्य कर रहा है। अपने सकारात्मक और रचनात्मक एजेंडे के माध्यम से भारत-प्रशांत क्षेत्रों की क्रॉकरी द्वारा निर्देशित किया जाएगा। क्वाड के माध्यम से हम स्वास्थ्य सुरक्षा, विकास परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण, महत्वपूर्ण और उभरती हुई जुड़वाँ, कार्यशिलाएँ और पहल जैसी समकालीन वर्गों पर व्यावहारिक सहयोग के माध्यम से क्षेत्र का समर्थन करना चाहते हैं।