UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर | छत्तीसगढ़ सरकार ने जेलों में बंद कैदियों के लिए एक अनूठी पहल की घोषणा की है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश के 5 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 सब-जेल में 25 फरवरी को कैदियों के लिए गंगा जल स्नान का आयोजन किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य कैदियों को आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि का अवसर देना है।
जेलों में क्यों होगा गंगा जल स्नान?
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि संस्कार हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं, और इसी परंपरा के तहत जेलों में बंद कैदियों को भी धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों से जोड़ने की पहल की जा रही है। महाकुंभ 144 साल बाद हो रहा है, और हर व्यक्ति को इसका लाभ उठाने का अधिकार है। इसलिए, जेलों में भी यह व्यवस्था की जा रही है ताकि कैदी भी पुण्य लाभ प्राप्त कर सकें।
आध्यात्मिक सुधार और पुनर्वास की दिशा में बड़ा कदम!
सरकार का मानना है कि यह पहल कैदियों में आत्मशुद्धि और नैतिकता के भाव जागृत करेगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में सुधार और पुनर्वास की भावना को सशक्त करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। साथ ही, जेल प्रशासन को इस आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए निर्देश भी दिए गए हैं।
सरकार की पुनर्वास नीति का हिस्सा
प्रदेश सरकार कैदियों के सुधार और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। इस पहल के तहत आगे भी विभिन्न सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे कैदी मानसिक रूप से सशक्त हों और समाज में एक नई शुरुआत कर सकें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियाँ कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाती हैं। यह पहल कैदियों के सुधार और पुनर्वास की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हो सकती है।