राष्ट्रपति तिकड़ी सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं। वह अभी असमंजस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। छिड़काव राष्ट्रपति की अगवानी एयर मार्शल एस पी होल्डर, राज्यपाल ने गुलाब चंद कटारिया और हिमंत विश्व शर्मा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को असम के तेजपुर जंक्शन से सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। यह किसी लड़ाकू विमान की पहली उड़ान थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्रुप कैप्टन न्यू कुमार तिवारी ने राष्ट्रपति को सुखोई-30 एमकेआई में लेकर फ्लाइट भरी। मुर्मू ने 25 मिनट की अपनी उड़ान पूरी होने के बाद पापा से कहा, “अच्छा लगा।” राष्ट्रपति तिकड़ी सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं। वह अभी असमंजस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। छिड़काव राष्ट्रपति की अगवानी एयर मार्शल एस पी होल्डर, राज्यपाल ने गुलाब चंद कटारिया और हिमंत विश्व शर्मा की।
तेजपुर के पहुंचने के बाद मुर्मू को भारतीय संचार कर्मियों ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया और फिर उन्हें हिहोई विमान में उनकी उड़ान को लेकर आधिकारिक जानकारी प्रदान की। इसके बाद वह ‘फ्लाइंग सूट’ पहनकर हैंगर (जहां विमान बिखरते हैं) पहुंचें और सुखोई-30 में सवार होने के लिए सीढ़ी पर बैठने से पहले इंतजार कर रहे हैं पापा का हाथ हिलाकर रख लिया। राष्ट्रपति ने विमान के सामने पायलट और अन्य अधिकारियों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। कॉकपिट में बैठने के बाद, एक महिला अधिकारी ने उन्हें जैकेट पहनाया और अन्य तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद की, जिसके बाद उन्होंने हाथ हिलाकर स्वीकार कर लिया।
विमान के 25 मिनट की यात्रा के बाद, मुर्मू ने फिर से ग्रुप कैप्टन के साथ तस्वीर खिंचवाई और प्रतीक्षा कर रहे पापा की ओर हाथ हिलाया। राष्ट्रपति का मीडिया के साथ बातचीत का कोई कार्यक्रम नहीं था, लेकिन एक पत्रकार ने उनसे उड़ान के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “अच्छा लगा।” मुर्मू पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल के बाद किसी लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाले तीसरे भारतीय राष्ट्रपति हैं। हालांकि, उनके पूर्ववर्तियों ने चाप चाप चाप से उड़ान भरी थी। राष्ट्रपति अपना असमंजस भरा दौरा पूरा कर दोपहर करीब साढ़े 12 बजे तेजपुर से रवाना हो गए।
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