
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार रहे प्रदीप शर्मा को इस वर्ष का जमनाबेन लोक सेवक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें गांव, गौ और गांधी के प्रति उनकी एक दशक से अधिक की सेवा और उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रदान किया गया है। इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्राप्त करने वाले प्रदीप शर्मा छत्तीसगढ़ के पहले व्यक्ति बने हैं।
इस सम्मान का आयोजन सर्वोदय संस्था महाराष्ट्र गौ विज्ञान समिति और गांधी रिसर्च फाउंडेशन, जलगांव के तत्वावधान में किया गया। यह पुरस्कार देश की प्रसिद्ध गांधीवादी नेत्री जमनाबेन की स्मृति में प्रतिवर्ष उन लोकसेवकों को दिया जाता है, जिन्होंने समाज सेवा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
भूपेश सरकार की प्रमुख योजनाओं के रणनीतिकार रहे हैं प्रदीप शर्मा
प्रदीप शर्मा ने छत्तीसगढ़ में नरवा, गरवा, घुरवा, बारी और रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (RIPA) जैसी महत्वाकांक्षी ग्रामीण विकास योजनाओं को मूर्त रूप देने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके मार्गदर्शन में इन योजनाओं ने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक बदलाव की नई मिसाल पेश की है।
धूलिया में भव्य समारोह में मिला सम्मान
प्रदीप शर्मा को यह पुरस्कार 9 मार्च को महाराष्ट्र के धूलिया में एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। उन्हें यह सम्मान गांधी सेवा ग्राम आश्रम, वर्धा के सचिव विजय तांबे, प्रसिद्ध गांधीवादी डॉ. सुमन बरंठ और पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश यादव के हाथों दिया गया।
इस अवसर पर प्रदीप शर्मा ने गांधी तीर्थ, जलगांव का भी भ्रमण किया, जिसका निर्माण प्रसिद्ध गांधीवादी पद्म भूषण भंवरलाल जैन ने किया था। उन्होंने वहां वरिष्ठ गांधीवादी विचारकों से मुलाकात की और ग्रामीण विकास व समाज सेवा के नए आयामों पर विचार-विमर्श किया।
छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया
प्रदीप शर्मा ने इस सम्मान को छत्तीसगढ़ की जनता और भूपेश सरकार के प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार उनके लिए नई ऊर्जा और समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करने का अवसर है।













