बिना सब्सिडी वाले पूरे या रसोई गैस की कीमत को बढ़ाकर 1,103 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) कर दिया गया है। इसके अलावा विमान ईंधन की कीमत 4,606.50 रुपये प्रति किलो घटाकर 1,07,750.27 रुपये प्रति किलो प्रति माह कर दी गई है।
देश की जनता पहले ही लब्जों के मोर्चे पर बुरी तरह जूझ रही है और कुछ राहत का इंतजार कर रही है लेकिन राहत तो दूर एक नया आफत ने छू लिया है। हम आपको बता देंगे कि रसोई गैस की कीमत में आज से 50 रुपये प्रति सिलेंडर की सिलाई की जा रही है। हालांकि यह जुलाई 2022 के बाद का पहला बदलाव है। लेकिन प्रति सिलेंडर 50 रुपए की वृद्धि आम जनता के लिए बहुत ज्यादा है इसलिए लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। हम आपको यह भी बताते हैं कि एक ओर जहां रसोई गैस सिलेंडर 50 रुपए महंगा हुआ है वहीं विमान ईंधन (एट) की कीमत में चार प्रतिशत की कटौती हुई है। एक तेल विपणन कंपनी द्वारा जारी किए गए भुगतान विवरण में कहा गया है कि बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस की कीमत को बढ़ाकर 1,103 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) कर दिया गया है। इसके अलावा विमान ईंधन की कीमत 4,606.50 रुपये प्रति किलो घटाकर 1,07,750.27 रुपये प्रति किलो प्रति माह कर दी गई है।
दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने घरेलू रसोई का रसोई का काम और वाणिज्यिक गैस का रहस्य में खुलापन लेकर केंद्र सरकार पर ध्यान देते हुए सवाल किया है कि ‘लूट के फरमान’ कब तक जारी होंगे। खड़गे ने ट्वीट किया, “घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम 50 रुपये, कमर्शियल गैस सिलेंडर 350 रुपये महंगे। जनता पूछ रही है- अब कैसे बनेंगे होली के व्यंजन, कब तक जारी रहेंगे लूट के ये फरमान? कांग्रेस अध्यक्ष ने तंज कसाते हुए कहा, “मोदी सरकार में कमर तोड़ें लागू करें, हर इंसान पिसता है!” दूसरी ओर, आम जनता ने भी इस वृद्धि का विरोध करते हुए कहा है कि इससे किचन का बजट बिगड़ जाएगा।