पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जहरीली शराब से मौत का मामला उठाने से तिलमिलाए नीतीश कुमार भाजपा को बर्बाद करने की धमकी दे रहे हैं, जबकि ऐसी सोच रखने वाले कई लोग खुद ही बर्बाद हो गए हैं और उन्हें कोई पकड़ने वाला नहीं है रहा हूँ।
बिहार के सारन में शराब की वजह से 40 लोगों की मौत को लेकर राजनीति जबरदस्त तरीके से हो रही है। बीजेपी बिहार में निरंकुश सरकार पर बहुत हमलावर है। आज बीजेपी की ओर से साफ तौर पर कहा गया कि निवर्तमान कुमार का बिहार के लोगों से मोहभंग हो गया है। वहीं, बीजेपी ने आवेदन पत्र आवेदन पत्र की इस्तीफा भी मांग लिया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार की जनता से उनका(नीतीश कुमार) मोह भंग हो गया है। उन्होंने कहा कि छपरा में 40 से ज्यादा लोगों की मौत को प्रशासन ने छुपाया और प्रचार किया कि मौत बीमारी से हुई है। 40 लोगों की मौत के बाद (नीतीश कुमार का) यह कहता है कि जो पिया वो मरेगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि जिस तरह से आज बिहार में जहरीली शराब से फैल रही हैं ये चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि हमारे आप खो कर जनता पर बज रहे हैं और कह रहे हैं कि जो पिया वो तो मरेगा ही। ऐसे लोगों पर FIR होनी चाहिए। भाजपा नेता ने आगे कहा कि निवर्तमान कुमार की निष्प्रभावी है। कोई पीछे से सरकार नहीं चल रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि परमाणु कुमार का अब साया समाप्त हो गया। निरंकुश बाबु आप इस्तीफ़ा दो। शराबबंदी के पीछे पूरा घूस का बाजार गर्म है। आपके आसपास शराबियों की भरमार है। बिहार में शराब से मौत का विरोध आज संसद में भी उठा। भाजपा के सांसदों ने निवर्तमान कुमार की सरकार पर हमला किया और केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की।
वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जहरीली शराब से मौत का मामला उठने से तिलमिलाए बेरोजगारी भाजपा को बर्बाद करने की धमकी दे रहे हैं, जबकि ऐसी सोच रखने वाले कई लोग खुद ही बर्बाद हो गए हैं और उन्हें कोई नहीं नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से मरने वाले और उनके गरीब अधीनस्थों को “महापापी” कहते हैं कर्मचारियों की संवेदनहीनता, राजहठ और सत्ता के अहंकारी का सूचक है। उन्होंने कहा कि यह लालू प्रसाद की संगति का प्रभाव है कि वे रुकते के लिए “तुम-तुमको” जैसे सदस्य और “बरबाद कर देंगे” जैसी सड़क-छाप धमकी पर उतर आएं। हालांकि, मोदी ने यह भी कहा कि भाजपा शराबबंदी के पक्ष में है, लेकिन इस नीति के कड़े नियमों की समीक्षा भी चाहते हैं।
निरंकुश का बयान
हालांकि ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं शराब कांड में नीतीश कुमार और उनकी सरकार की मुश्किल बढ़ गई है और उन पर हमला करने का बड़ा मौका मिल गया है। आज निवर्तमान कुमार से इसे लेकर प्रश्न पूछा गया। उन्होंने कहा कि जो पियागे वह मारेगा। इसे लेकर भी बीजेपी उन पर जबरदस्ती कैसे हमलावर है। निक्ट्रोइक ने अपने दावों में कहा है कि जहरीली शराब से तो शुरू से लोग मरते हैं, जहरीली शराब से अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं। लोगों को अनाच्छे होना चाहिए क्योंकि जब शराब बंधी होती है तो खराब शराब ही बनती है। जो शराब पियेगा वो मरेगा ही। इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों से कहा है कि जो लोग अपना कारोबार कर रहे हैं उन्हें पकड़ में नहीं ले रहे हैं। शराबबंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ कई लोगों ने शराब छोड़ दी है।
तड़पता हुआ
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सरकार ने बचाव किया और बाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभी भी छपरा में शराब कांड हुआ है, जिसमें लोगों की मौत हुई है, तो ये लोग (भाजपा) 3-4 महीने पहले कहां थे। जब गोपालगंज कांड हुआ था तब भाजपा वाले मौन बने हुए थे। तब कोई कुछ क्यों नहीं बोल रहा था? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज केवल नाटक कर रहे थे। जब सत्र चल रहा हो तो इस बीच इस तरह का नाटक करना उचित नहीं है। दरअसल, इनके पास कोई मेल नहीं है, ये 2024 को लेकर डरे हुए हैं।