
एक स्वस्थ आंत (स्वस्थ आंत) समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभ है। यह त्वचा से लेकर, मोटापा, ब्लड प्रेशर, जुड़ते हुए तमाम तरह के लाइफस्टाइल डिसऑर्डर को रेगुलेट करता है। इतना ही नहीं आपकी आंतों की हड्डियों और जोड़ों को भी स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। यदि आपकी आंत अस्वास्थ्यकर है, तो यह आपके हड्डियों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि अच्छा गट हेल्थ का बोन हेल्थ से क्या संबंध है? (हड्डियों पर आंत स्वास्थ्य प्रभाव) तो फोटो शॉट्स का यह लेख आपके लिए है।
इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए हेल्थ शॉट्स ने बात की मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के एसोसिएट डायरेक्टर – आर्थोपेडिक्स एंड जॉइंट रिप्लेसमेंट, डॉ। अखिलेश यादव से। ठीक से जानते हैं आंत संबंधी हड्डियों की स्वास्थ्य की पारस्परिक क्रिया।
पहले जानें गट हेल्थ क्यों है इतना महत्वपूर्ण
पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ ही गट हमारे शरीर में पोषक तत्वों को अवशोषित होने में मदद करता है। यह सभी पोषक तत्वों को शरीर के लिए आवश्यक सेल्स तक पहुंचाता है। यहां बात हड्डियों की सेहत की हो रही है तो कई ऐसे अहम दांव हैं, जो हड्डियों की सघनता और हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के लिए जरूरी हैं।
बिना गट हेल्थ के इन पोषक तत्वों का हड्डियों तक तख्त नामुमकिन है। इसके साथ ही कोलेजन हड्डियों को लचीला बनाता है इसके लिए आंतों का स्वस्थ होना भी जरूरी है।
पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करते हैं गट बैक्टीरिया
डॉक्टर अखिलेश यादव कहते हैं कि “एक अस्वास्थ्यकर आंत और जोड़ों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि शरीर में मौजूद हड्डियों को सही से काम करने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में विपरित आवश्यक पोषक तत्व जैसे कि कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्नीशियम के अवशोषण में मदद करता है।
यदि आंत सही से काम नहीं करती है, तो हड्डियों को जरूरी पोषण नहीं मिलता। जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और जोड़ों से जुड़े होने का सामना करना पड़ता है।
डॉ यादव आगे के कथन हैं कि असंतुलित जीट बैक्टीरिया सक्रियण प्रतिक्रिया को रिकॉर्ड करता है। जिसके कारण जोड़ों में सूजन और ऑटोइम्यून स्थिति पैदा होने का खतरा बना रहता है।
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खोज पर कर रहे हैं जानकार की बात का समर्थन
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार खराब आंत या आंतों की गड़बड़ी इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज का कारण बनती है। पहले कारण से ओस्टियोपोरोसिस भंगुर फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। इसका सबसे बड़ा कारण हड्डियों में कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन की कमी है।
आंतों की स्थिति खराब होने से यह पोषक तत्व हड्डियों में पूरी तरह से अवशोषित नहीं हो पाता है और हमें इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।

जरूरी है आंतों की सेहत बनाए रखें
हड्डियों के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी तमाम तरह से बचने के लिए आंतों की सेहत पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। डॉक्टर अखिलेश यादव कहते हैं कि आंतों की सेहत को बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है इसका ध्यान रखें।
प्रोबायोटिक से युक्त खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करें, हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, सब्जी, अनाज आदि का सेवन आपके लिए बने रहेंगे।
इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में पानी भरना बहुत जरूरी है। कैल्शियम युक्त पदार्थ, जिससे आपकी हड्डियां मजबूत होंगी। यदि हड्डियों से जुड़ी कोई गंभीर समस्या का अनुभव कर रहे हैं तो बिना देर किए डॉक्टर से मिले और सलाह लें।
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