
UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली/भुवनेश्वर। लोकसभा में उस वक्त हंगामा मच गया जब ओडिशा से भाजपा सांसद प्रदीप पुरोहित ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्रपति शिवाजी महाराज का पुनर्जन्म बताया। उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ी आपत्ति जताई, जिसके बाद सदन में बहस तेज हो गई। उपसभापति ने विवादित बयान को कार्यवाही से हटाने के आदेश दिए।
पुरोहित का दावा— ‘संत की भविष्यवाणी’
लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान पुरोहित ने कहा कि यह बात उन्हें एक संत गिरिजा बाबा ने बताई थी। उनके मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पिछले जन्म में छत्रपति शिवाजी महाराज थे। हालांकि, इस बयान ने विपक्ष को आक्रोशित कर दिया, खासकर महाराष्ट्र में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
विपक्ष का हमला— ‘शिवाजी महाराज का अपमान’
कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा पर शिवाजी महाराज के अपमान का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा लगातार मराठा योद्धा का अपमान कर रही है। पहले पीएम मोदी को शिवाजी महाराज की मानद टोपी पहनाकर उनका अपमान किया गया, और अब यह घिनौना बयान सामने आया है।”
गायकवाड़ ने पुरोहित के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया और मांग की कि उन्हें लोकसभा से निलंबित किया जाए। उन्होंने पीएम मोदी से भी माफी की मांग की।
सदन में बवाल, भाजपा ने दी सफाई
विवाद बढ़ता देख भाजपा की ओर से सफाई दी गई कि यह सांसद का व्यक्तिगत विचार था और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं, विपक्ष ने इसे भाजपा की सुनियोजित साजिश करार दिया और शिवाजी प्रेमियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
राजनीतिक हलचल तेज
यह बयान ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज और मुगलों को लेकर पहले से ही राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। इस विवाद से भाजपा के लिए नई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। अब देखना होगा कि पार्टी इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या सांसद पुरोहित अपने बयान पर सफाई देंगे।



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