
UNITED NEWS OF ASIA. कोरबा | (छत्तीसगढ़) जिले के उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत बेचुल भाटा गांव में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के दौरान उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब ग्रामीणों ने पुलिस टीम को घेर लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस शराब मिलने पर मात्रा बढ़ाकर जब्ती दिखाती है और कार्रवाई से बचाने के बदले मोटी रकम की मांग करती है।
मिली जानकारी के अनुसार, अवैध शराब निर्माण और बिक्री की सूचना पर मंगलवार को पुलिस की टीम गांव में छापेमारी के लिए पहुंची थी। कार्रवाई के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस टीम को चारों ओर से घेर लिया और जमकर नाराजगी जताई।
स्थिति को बिगड़ते देख मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बातचीत कर माहौल को शांत कराया, लेकिन यह घटना पुलिस और ग्रामीणों के बीच बढ़ते अविश्वास और तनाव को उजागर करती है।
ग्रामीणों ने क्या कहा:
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी मौके पर अवैध शराब बरामदगी दिखाकर केस बनाने की धमकी देते हैं और फिर ‘समझौते’ के नाम पर वसूली करते हैं। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि अवैध शराब को लेकर यदि कार्रवाई होनी है तो वह हो, लेकिन भ्रष्टाचार और भय के माहौल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिछली कार्रवाइयाँ:
पुलिस और आबकारी विभाग ने हाल के महीनों में जिले में कई अभियान चलाए हैं। 19 मई 2024 को ही 66 लीटर कच्ची शराब, 600 किलो महुआ और 135 पाव देशी शराब सहित भारी मात्रा में लहान जब्त किया गया था।
प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार:
घटना के बाद अब तक पुलिस या जिला प्रशासन की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।



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