
UNITED NEWS OF ASIA. अभनपुर। अभनपुर थाना क्षेत्र में शराब दुकान के पास हुई लूट की घटना में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो बाइक, एक मोबाइल और घटना में इस्तेमाल की गई एक्टिवा और पल्सर बाइक समेत कुल 4.50 लाख रुपए का सामान बरामद किया है।
कैसे हुई लूट की वारदात
प्रार्थी दिनेश कुमार रेड्डी ने थाना अभनपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 20 फरवरी की रात को वह अपने साथी शमशेर अंसारी की मोटरसाइकिल लेकर छोटे उरला स्थित अंग्रेजी शराब दुकान के पास मोबाइल पर बात कर रहा था। तभी तीन अज्ञात युवक पल्सर मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे और चाकू की नोक पर जान से मारने की धमकी देकर उसका मोबाइल, नगद 1500 रुपए और यामाहा आर वन फाइव बाइक लूटकर फरार हो गए।
पुलिस ने ऐसे पकड़े आरोपी
घटना की गंभीरता को देखते हुए एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और अभनपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने प्रार्थी और आसपास के लोगों से पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को घटना में संलिप्त गगन जाटव के बारे में जानकारी मिली।
टीम ने गगन जाटव को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी प्रमोद डहरिया उर्फ विक्की और गुलशन उर्फ मोनू डहरिया के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद पुलिस ने प्रमोद डहरिया और गुलशन उर्फ मोनू डहरिया को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बरामद किया लूट का सामान
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होंने थाना सरस्वती नगर क्षेत्र से एक और बाइक चोरी की थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से:
- दो मोटरसाइकिल
- एक मोबाइल
- घटना में इस्तेमाल की गई एक्टिवा और पल्सर बाइक
- कुल बरामदगी का मूल्य: ₹4,50,000
आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड
- प्रमोद डहरिया उर्फ विक्की पहले भी अपहरण, मारपीट और छेड़छाड़ के मामलों में जेल जा चुका है।
- गुलशन उर्फ मोनू डहरिया भी मारपीट के मामले में थाना राखी से जेल में बंद रह चुका है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में अभिषेक चतुर्वेदी (परि. भापुसे) थाना प्रभारी अभनपुर, एण्टी क्राइम एंड साइबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह कंवर, सउनि. शंकर लाल ध्रुव, प्रआर आशीष त्रिवेदी, महेंद्र राजपूत, धनेश्वर कुर्रे, राकेश सोनी, प्रवीण मौर्य, गौरीशंकर साहू, लालेश नायक, सउनि. संतोष साहू और आर. छगन साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।













