दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से जुड़े हंसराज कॉलेज में नॉनवेज खाने पर ‘प्रतिबंध’ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं करीब 40 छात्रों को पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में लिया। फ्रेडर ऑफ इंडिया (फ्रेडर ऑफ इंडिया) के प्रतिनिधियों ने यह दावा किया। उन्होंने बताया कि जजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कई छात्र कॉलेज के बाहर घेरा डाले हुए थे, लेकिन उन्हें परिसर में प्रवेश नहीं दिया गया और दरवाजे बंद कर दिए गए। पुलिस ने बताया कि कथित तौर पर करीब 30 से 35 छात्र प्रतिबंधित के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। एसएफआई की हंसराज कॉलेज यूनिट ने बुधवार को कॉलेज परिसर में स्थित ‘संस्थान में मांसाहार पर प्रतिबंध के खिलाफ’ प्रदर्शन का आह्वान किया था।
परिसर में प्रवेश नहीं
एसएफआई कार्यकर्ता समा ने कहा, ”कार्य कार्य शुरू हो गया है, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने हमें परिसर में नहीं आने दिया। उन्होंने सभी दरवाजे बंद कर दिए और कोई भी अधिकारी हमसे बात नहीं कर रहा। उसने बताया, ”कठिनाई को वहां से जाने को कहा, लेकिन जब वे माने नहीं तो 14-15 छात्रों को हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।”
हंसराज कॉलेज ने क्या कहा?
छात्रों का आरोप है कि हंसराज कॉलेज कोरोना वायरस महामारी के बाद पिछले साल फरवरी में खुला और तब से कैंटीन और छात्रावास में मांसाहार नहीं जा रहा है। हंसराज कॉलेज की प्राचार्य रमा शर्मा आलोचना के बावजूद आदेश वापस लेने से इंकार करते हुए कहा कि संस्थान आर्य समाज के दर्शन का पालन करता है। उन्होंने दावा किया कि 90 प्रतिशत शाकाहारी शाकाहारी हैं और उन्होंने पूर्व में मांसाहार का विरोध किया था।