
नई दिल्ली। आज 6 अप्रैल को बीजेपी अपना 44वां स्थापना दिवस मना रही है। आज के भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बीजेपी मुख्यालय में भाजपा का झंडा फहराया। वहीँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी भाजपा उम्मीदवारों को सम्बोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा- आज हम सभी अपनी पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे हैं। मां भारती की सेवा में समर्पित प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भाजपा की स्थापना से लेकर आज तक जिन महान विभूतियों ने पार्टी को सींचा है… पार्टी को संवारा है, वचन और समृद्ध किया है, छोटे से छोटे कार्यकर्ता से लेकर के वरिष्ठ पद पर रह कर देश और पार्टी की सेवा करने वाले सभी महानुभावों को मैं शीश झुका कर प्रणाम करता हूं।
आज भारत समंदर जैसे विशाल वर्गों को पार करने और उनके प्रतिस्पर्धी करने में पहले से ज्यादा पी सकता है। हनुमान जी की पाससिक शक्ति है लेकिन इस शक्ति का उपयोग वो तभी कर सकते हैं जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त हो जाता है। 2014 से पहले भारत की भी यही स्थिति थी… लेकिन आज भारत बजरंगबली जी की तरह अपने भीतर सूक्त शक्तियों का आभास कर चुका है।
और पढ़ें- सीजी क्राइम : रिश्ते हुए शर्मसार, दादी ने खुद की नवजात पोती की कर दी हत्या, वजह जान परिवार वाले रह गए दंग…
आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमान जी की जन्म जयंती मना रहे हैं। हनुमान जी का जीवन और उनके जीवन के प्रमुख प्रसंग आज भी हमें पूर्वार्थ के लिए प्रेरित करते हैं… भारत की विकास यात्रा के लिए प्रेरणा देते हैं। मां भारती को इन बुराइयों से मुक्ति पाने के लिए कठोर होना तो कठोर हो जाना। जब हनुमान जी को राक्षसों का सामना करना पड़ा तो वो उतने ही सख्त हो गए थे। इसी प्रकार से जब भ्रष्टाचार की बात आती है, जब परिवारवाद की बात आती है, कानून व्यवस्था की बात आती है तो भाजपा बिलकुल संकल्पबद्ध हो जाती है। बीजेपी भी इसी प्रेरणा से नतीजे आने में लोगों की स्थिति का समाधान करने का प्रयास करती है, करते है, करते रहते हैं।
‘कवन सो काज कठिन जग माहीं, जो नहीं होय तात तुम्ह पाही’ यानी ऐसा कोई भी काम नहीं है जो पवन पुत्र हनुमान कर नहीं सकते। जब लक्ष्मण जी पर संकट आया तो पूरा पहाड़ ही उठा। आज की आधुनिक परिभाषा में जिस बात का बार बार जिक्र किया जाता है वो है- कैन डू एटीट्यूड अगर हनुमान जी का पूरा जीवन देखें तो डगर डगर पर कैन डू एटीट्यूड की संकल्पशक्ति ने उनकी सफलता लाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है।
भाजपा वो पार्टी है जिसके लिए राष्ट्र सदा सर्वोपरि रहा है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत किसकी आस्था का मूलमंत्र रहा है। जब जनसंघ का जन्म हुआ था तो हमारे पास न ज्यादा सियासी अनुभव था, न संसाधन थे… न संसाधन थे लेकिन हमारे पास मातृभूमि की प्रति भक्ति और लोकतंत्र की शक्ति थी।
और पढ़ें- छत्तीसगढ़ प्रभार ओम माथुर चुनावी दौरे पर आ गए, डिजिटल मीडिया पर मोदी सरकार के उपायुक्तों पर प्रभुत्व वाली भाजपा
कैसे हुई बीजेपी की स्थापना
भारतीय जनता पार्टी का मूल श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में निर्मित भारतीय जनसंघ है। 1977 में आपातकाल की समाप्ति के बाद जनता पार्टी के निर्माण के लिए जनसंघ अन्य पार्टियों के साथ विलय हो गया। इससे 1977 में पदस्थ कांग्रेस पार्टी को 1977 के आम चुनावों में सब कुछ संभव हुआ। तीन साल तक सरकार चलने के बाद 1980 में जनता अधिकार हो गई और पूर्व जनसंघ के पोस्ट चिह्नों को फिरांयोजित करते हुए भारतीय जनता पार्टी का निर्माण किया गया।



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें