जी-20 भारत की अध्यक्षता: भारत ने जी-20 की परतों को लेकर तैयारियां जोरशोर से शुरू कर दी हैं। इस दिशा में पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक करके सभी परिचित का सहयोग मांगा है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी अनजाने से कहा कि यह भारत के साख का सवाल है। दुनिया के सामने भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए जी-20 ऑरेना अवसर है। इसलिए इस मुद्दे पर सभी पक्षों को आना चाहिए। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी जी-20 के कार्यक्रम और उनके महत्व को देखते हुए भाजपा के सभी प्रवक्ताओं को जागरूक किया है। ताकि इसका प्रचार-प्रसार पूरे देश में हो सके। भारत 1 दिसंबर 2022 से ही G-20 की अध्यक्षता संभाल रहा है। रूस के राष्ट्रपति छायांकन सहित यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अन्य विश्व नेताओं ने पीएम मोदी को इसके लिए शुभकामनाएं दी हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ताओं को भारत की जी-20 अध्यक्षता के बारे में सोमवार को जानकारी दी और उन्हें देश की विविधता और संस्कृति को चित्रित करने वाले निर्धारित कार्यक्रम के बारे में जागरूक दावों के बारे में बताया। भारत ने एक दिसंबर को जी-20 साल भर के लिए प्रेसीडेंसी ग्रहण की। इसके तहत साल भर समूह की 200 से अधिक बैठकें देश के 55 स्थानों पर आयोजित की व्यवस्था और शिखर सम्मेलन सितंबर 2023 में दिल्ली में होंगी। सूत्रों ने कहा कि जयशंकर ने भारत की जी-20 अध्यक्षता के बारे में बीजेपी प्रवक्ताओं के प्रवक्ता एक दिखावा दिया।
जी-20 नेताओं को परोसे जा पारंपरिक भोजन
विदेश मंत्री ने प्रवक्ता को जागरूक दृष्टिकोण बताया कि कार्यक्रम में आयोजन स्थल के स्थानीय बन्धन पर जोर रहेगा और ये कार्यक्रम मुख्य रूप से डिजिटलीकरण, हरित विकास, महिला, युवा और किसानों के संबंध के विषयों पर आधारित होंगे। उन्होंने कहा कि ये सांस्कृतिक कार्यक्रम और क्षेत्रीय उत्सव भी आयोजित किए जाएंगे। जी-20 देशों के नामांकन को स्थानीय व्यंजन परोसे जाएंगे और स्थानीय स्तर के उपहार प्राप्तकर्ता दर्ज करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के जी-20 की अध्यक्षता संभालने के बाद देश के विभिन्न बंटवारे पर चर्चा करने के लिए सर्वदलीय बैठक की और कहा कि ”भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने का एक अवसर प्रदान करता है।”