बता दें, इनके अलावा मंदिर में शनिवार को भक्तों की भीड़ थी। मंदिर के कपाट भस्म आरती के दौरान सुबह 4 बजे सुबह गए। पुजारियों ने बाबा महाकाल का जल से अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घृत, शक्कर और वर्षण के रस से बने पंचामृत से पूजन किया।
5,011 Less than a minute