वह कांग्रेस के तीन दिवसीय 85वें पूर्ण अधिवेशन के समापन पर जोरा गांव में जनसभा को संदेश भेज रहे थे। इस रैली को छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस की शक्ति के रूप में प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। रैली में हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक समर्थक थे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ‘आलोकतांत्रिक’ होने का आरोप लगाया और कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए लोगों को सरकार की तानाशाही के खिलाफ गठबंधन से लड़ना होगा। वह कांग्रेस के तीन दिवसीय 85वें पूर्ण अधिवेशन के समापन पर जोरा गांव में जनसभा को संदेश भेज रहे थे। इस रैली को छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस की शक्ति के रूप में प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। रैली में हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक समर्थक थे।
खड़गे ने कहा, ”केंद्र में मौजूदा लोकतांत्रिक सरकार नहीं है। यह सरकार जनता के लिए काम नहीं करती है। यह सरकार केवल अपनी तानाशाही चलाती है।” उन्होंने दावा किया, ”हम वहां (संसद में) घेरे, अंधेरी जनजाति, क्षेत्र और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए स्वतंत्र नहीं हैं। मेरा भाषण और राहुल जी का भाषण हटा दिया गया। हमने किसी अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, हमने सिर्फ अडाणी के बारे में सवाल पूछा था।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”2004 से पहले अडाणी की संपत्ति तीन हजार करोड़ रुपये थी जो 2014 में 50 हजार करोड़ रुपये हो गई। साल 2021 से 2023 तक यह 13 उदाहरण दें। आप बताएं कि यह कौन सा जादू है। अडाणी को आपने जो दिया है, कृपया हमें भी बताएं।” उन्होंने कहा, ”कैसे एक बरस साल में 13 या एक लाख से 13 लाख रुपये हो जाते हैं।”
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ”वे एक व्यक्ति के लिए पूरे देश को गिरवी रखेंगे। आपका दोस्त कौन है। आपके दोस्त जिसके विमान से आप प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात से दिल्ली गए थे।” उन्होंने कहा, ”आपने (मोदी) कहा था कि आप रिश्वत नहीं देंगे। उन्होंने भले ही छोटे-मोटे घूंट को रोक लिया, लेकिन बड़ा घूंट हो गया।”
खड़गे ने कहा कि हम ऐसे देश में रह रहे हैं जहां बोलना और लिखना आजादी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर कोई सच बताता है तो उन्हें जेल भेज दिया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘तानाशाही’ कर रहे हैं। खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए लोगों को इसके खिलाफ कड़ा संघर्ष करना होगा।
उन्होंने कहा कि यदि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा नहीं की गई तो इसका सबसे बुरा परिणाम यह है कि आदिवासी, ग्रामीण, अल्पसंख्यक और युवा महिलाएं इससे जुड़े हुए हैं। खड़गे ने कहा, ”मोदी जी पूछते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया। उन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, छत्तीसगढ़ का भिलाई कारखाना, भाखड़ा नंगल और हीराकुंड बांध दिखाया जाएगा। आपने (भाजपा) विज्ञापन क्षेत्र बनाया? मुझे एक उदाहरण दें। मोदी सरकार ने इसके बजाय सार्वजनिक रूप से पीट-पीटकर मार डाला।”
उन्होंने कहा, ”राहुल जी ने चीनी घुसपैठ को लेकर आगाह किया था। लेकिन हम विदेशी एजेंट ने कहा। सच तो यह है कि आजादी के लिए हमने कुर्बानी दी और जेल गए। आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के कितने लोग जेल गए या उनकी मृत्यु हो गई। और वे हमें बताते हैं कि वे देशभक्त हैं।” खड़गे ने कहा, ”56 इंच की छाती का क्या होगा। लोगों को खाना और रोजगार दो। अगर यह (सीना) एक इंच भी कम हो जाए तो कोई परेशानी नहीं होगी। डबल होने के कारण कोई मरता नहीं है।”
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के परिसरों पर प्रवर्तन विभाग (ईडी) द्वारा हाल ही में जारी किए गए शिलालेख का उल्लेख करते हुए खरगे ने कहा, ”जब रायपुर में पूर्ण अधिकार की तैयारी चल रही थी तब दस्तावेज़ की जा रही थी। आप डरने की कोशिश कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता नहीं डरेगी।” उन्होंने कहा, ” (छत्तीसगढ़ के पेज)भूपेश बघेल जी ने कहा था कि वे ईडी (प्रवर्तन ईडी), आईटी (आयकर विभाग) के छापों के बीच पूर्ण अधिवेशन की मेजबानी के लिए तैयार हैं और तैयार हैं। उन्होंने आज इस घटना को सफल रहने के लिए भी साबित कर दिया।”
इससे पहले रैली को संदेश देते हुए भूपेश बघेल ने सरकार की अपनी विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला और कहा कि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग के हित में काम करती है तथा विकास के पथ पर लड़ाई के साथ लेकर दौड़ में जुनून है। रैली को कांग्रेस महासचिव गांधीवाद्रा, राजस्थान के अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी संदेश दिया। रैली में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, हिमाचल प्रदेश के सदस्य हीनविंदर सिंह सुक्खू और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।
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