छत्तीसगढ़बलरामपुर

ज़मीन के नाम पर धोखा और मौत, पहाड़ी कोरवा केस में पटवारी गिरफ्तार

UNITED NEWS OF ASIA. बलरामपुर। विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय से जुड़े भइरा कोरवा की आत्महत्या और फर्जी ज़मीन रजिस्ट्री मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में फरार चल रहा पटवारी राहुल सिंह भी शामिल है। इस मामले में अब तक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

क्या है पूरा मामला?

यह मामला ग्राम भेस्की का है, जहां भइरा कोरवा नामक युवक की जमीन को कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई थी। इस ज़मीन सौदे को लेकर भइरा कोरवा को लगातार धमकियां दी जा रही थीं। आरोप है कि इससे मानसिक रूप से परेशान होकर उसने 22 अप्रैल को आत्महत्या कर ली।

परिवार ने पहले ही राजपुर थाने और बरियों चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई में देरी के चलते मामला तूल पकड़ गया। इसके बाद प्रशासन और पुलिस महकमे पर भारी दबाव बना।

प्रशासनिक लापरवाही के आरोप, तहसीलदार निलंबित

जनजातीय व्यक्ति की मौत के बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तत्कालीन तहसीलदार एवं प्रभारी उप पंजीयक यशवंत कुमार को सस्पेंड कर दिया। मामले में क्रशर संचालक विनोद अग्रवाल, प्रवीण अग्रवाल समेत कुल सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

जनजातीय अधिकारों पर सवाल

यह मामला जनजातीय समुदाय की ज़मीन की रक्षा में प्रशासनिक विफलता का गंभीर उदाहरण बनकर सामने आया है। पहाड़ी कोरवा जैसे विलुप्तप्राय जनजाति समूह के जीवन, अधिकार और सुरक्षा पर इस तरह की घटनाएं सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर रही हैं।

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page