उन्होंने कहा कि 2023-24 के बजट में 1,018 घोषणाएं की गई हैं, जिनमें से 250 घोषणाओं की स्टेटमेंट जारी की जा रही हैं। जनघोषणा पत्र के 80 प्रतिशत वायदे पूरे हो चुके हैं और लगभग 16 प्रतिशत पर काम चल रहा है।
राजस्थान विधानसभा ने सोमवार को राज्य के वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पारित कर दिया। इसके साथ ही अशोक गहलोत ने राज्य में 19 नई जिले और तीन नए संभाग बनाने की घोषणा की। उन्होंने कार्यान्वयन के लिए पहले चरण में व्यवस्था, मानव संसाधन के लिए 2,000 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव किया। उन्होंने कहा कि 2023-24 के बजट में 1,018 घोषणाएं की गई हैं, जिनमें से 250 घोषणाओं की स्टेटमेंट जारी की जा रही हैं। जनघोषणा पत्र के 80 प्रतिशत वायदे पूरे हो चुके हैं और लगभग 16 प्रतिशत पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि चिरंजीवी, उड़ान, सामाजिक सुरक्षा, मुफ्त राशन, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) जैसे महत्वपूर्ण फैसले से राजस्थान आज आदर्श राज्य बन गया है। गहलोत ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर 25 लाख रुपये के पैकेज को 30 मार्च से शुरू करने की भी घोषणा की। पहले पैकेज की सीमा 10 लाख रुपये प्रति परिवार थी। गहलोत ने शुक्रवार को वित्त विनियोग (बजट) पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि प्रभावी, जिम्मेदारी और संवेदनशीलता प्रशासन देना सरकार की जिम्मेदारी है।
सरकार ने विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है और ऐसे में हर गांव और मजबूती में ये योजना पहुंचती है, इसके लिए जिले के स्तर पर पूरी बेटियों के साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है और कुछ इलाकों के जिला मुख्यालय से दूरी 100 किलोमीटर से अधिक है इसलिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
गहलोत ने कहा, ” दादाजी से प्रभावी प्रशासन, प्रबंधन और कानून व्यवस्था पर नियंत्रण आसान हो जाता है। देश के विभिन्न राज्य नए जिले बनाने में आगे हैं और हाल ही में पश्चिम बंगाल ने सात नए जिले बनाए हैं इसलिए राज्य के भीतर नए जिले बनाने की मांग की गई थी। दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पश्चिम, केकेडी, कोटपूतली, खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूंबर, सांचौर, शाहपुरा-भीलवाड़ा को नया शहर बनाने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 नए अंग जानने के बाद कुल 50 लोग दंग रह जाएंगे। इन सभी प्रदेश मुख्यालयों से संपर्क संभागीय मुख्यालयों के माध्यम से होता है क्योंकि इस कार्य को करने की दृष्टि से प्रदेश में तीन नए संभाग बांसवाड़ा, पाली और सीकर बनाने की घोषणा की गई है। उन्होंने 75 साल की अधिक उम्र के राज्य पेंशनभोगियों की पेंशन में 10 फीसदी वृद्धि की घोषणा की।
उन्होंने कहा, ”प्रदेश में 80 साल से अधिक उम्र के पेंशनभोगियों को पेंशन राशि में वृद्धि का लाभ मिलता है। उम्र बढ़ने के साथ ही अतिरिक्त वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 75 साल से अधिक उम्र के पेंशनभोगियों को पेंशन में मूल राशि पर 10 साल अतिरिक्त धारणा की घोषणा की है।” गहलोत ने उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर जयपुर के गोविंददेव जी मंदिर में कॉरिडोर बनाने की घोषणा की और इस कार्य के लिए 100 करोड़ रुपये का बंदोबस्त किया।
उन्होंने पुष्कर, त्रिपुरा सुंदरी, सांवलियाजी, सालासर, हनुमान मंदिर, तनोट माता, श्रीनाथ जी, कैला देवी वीर तेजाजी, एकलिंग जी जैसे प्रसिद्ध मंदिरों के विकास के लिए डीपीआर बनाने की घोषणा की। विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक अमीन खां को 2022 और अनीता भदेल को 2023 का सर्वश्रेष्ठ विधायक घोषित किया है। इन्हें 20 मार्च को सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले उत्तरदाताओं ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लेकर प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पर भी लक्ष्य साधा। उन्होंने कहा कि वे इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन ओपीएस बंद नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, ”चुनाव से पहले प्रधानमंत्री को भी ओपीएस पर कुछ फैसला लेना होगा क्योंकि कर्मचारियों द्वारा कई जगहों पर धरना दिया जा रहा है। राज्य द्वारा ओपीएस को वापस आने का निर्णय मानव के आधार पर लिया गया है। गहलोत ने कहा, ”प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ओपीएस का विरोध कर रहे हैं लेकिन यह बंद नहीं होगा और हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। ओपीएस को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।
क्यों, ओप्स का लाभ सेना और वायु सेना को दिया जाता है, लेकिन एसपी और अन्य को नहीं। उन्होंने राज्य के बजट की सराहना करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी भारतीय जनता (भाजपा) बीजेपी और जनता पार्टी को कर रही है। वहीं, बीजेपी ने राज्य के बजट पर जोर दिया और चुनावी बजट तय किया। गहलोत ने कहा कि यह सरकार का बजट बजट है, जिसका कोई नया काम नहीं है।
उन्होंने कहा कि बजट में जनता ने विशेष रूप से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, शहरी मनरेगा, 500 रुपये का गैस सिलेंडर, उड़ान और ओपीएस की पहचान की है। इससे पहले राज्य के बजट की आलोचना करते हुए सभी उपनेता राजेंद्र राठौड ने कहा, ”पिछले चार साल से आपसी कलह चुनाव कर रही सरकार ने अपना आखिरी बजट पेश किया है लेकिन यह बजट धरातल पर नहीं आएगा क्योंकि यह अव्यवहारिक है और चुनावों को देखते हुए सही करने वाला है।
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