सदन में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन के साथ तनाव को लेकर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ”इस पर बाहर टीवी पर चर्चा हो रही है, लेकिन यहां चर्चा नहीं हो रही है। सदन में चर्चा होनी चाहिए।’ इसके बाद कांग्रेस, द्रव्मुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कुछ अन्य पार्टियों के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने चीन को लेकर सीमा पर तनाव के विषय पर बुधवार को सात तारीख को चर्चा की मांग करते हुए सदन से वाकआउट किया। सदन में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन के साथ तनाव को लेकर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ”इस पर बाहर टीवी पर चर्चा हो रही है, लेकिन यहां चर्चा नहीं हो रही है। सदन में चर्चा होनी चाहिए।’ इसके बाद कांग्रेस, द्रव्मुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कुछ अन्य पार्टियों के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। इससे पहले विपक्षी दलों ने प्रश्नकाल शुरू करते हुए चीन के मुद्दों पर चर्चा की ही मांग करते हुए हड़बड़ी की और सदन की कार्रवाई पर रोक लगाई।
विपक्षी दल सात दिसंबर से संसद के सत्र सत्र की शुरुआत करते हुए लगातार चीन के मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। दोनों सदनों में कई सांसदों ने इस विषय पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस भी दिए हैं। उल्लेखनीय है कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में संघर्ष की घटना सामने आई थी, जिसके दोनों तरफ सील्स को चोट आई थी। इस जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सीलन के बीच झड़पों के बाद इस तरह की पहली बड़ी घटना हुई थी।
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