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संसद: मनसुख मांडविया ने कहा कि अभी खत्म नहीं हुई कोरोना महामारी, सतर्क रहने एवं सुरक्षा उपायों का पालन करें

आने वाले त्योहार और नए साल के मद्देनजर राज्यों में सतर्क लोगों के बीच मास्क पहनना, हाथ धोना, साफ-सफाई और सामाजिक दूरी बनाए रखना जैसे प्रोटोकाल के प्रति जागरुकता की सलाह दी जाती है।

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने जुपिटरवार को कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, कोविड महामारी समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है, ऐसे में टीका निर्धारण के साथ सभी को सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए । उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहार और नए साल के मद्देनजर राज्यों को लेकर जागरूक लोगों के बीच मास्क पहनना, हाथ धोना, सफाई और सामाजिक दूरी बनाए रखना जैसे प्रोटोकाल के प्रति जागरूकता आने की सलाह दी गई है।

दुनिया के कुछ देशों में पिछले दिनों कोविड-19 के जारी मामलों के परिदृश्य में संसद के दोनों सदनों में स्वयं: संज्ञान लेते हुए अपने बयानों में मांडविया ने कहा, ”पिछले तीन वर्षों में कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा किया है जिससे हर देश प्रभावित हुआ है। पिछले कुछ समय में कुछ देशों में COVID-19 के मामले सामने आए हैं। ” उन्होंने कहा कि भारत में एक साल में इसमें लगातार कमी आई है और अभी औसतन हर रोज 153 नए मामले दर्ज हो रहे हैं, जिसकी तुलना में दुनिया में रोजाना 5.87 लाख नए मामले सामने आ रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, इटली और यूनान जैसे कई देशों में जांच से मौत के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही चीन में कोविड-19 से संक्रमण और अचानक से बढ़ते मामलों की खबरें भी मीडिया में आ रही हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने बताया कि केंद्र और राज्यों ने परस्पर रोधी टीके की 220.2 करोड़ डोज निकासी की प्रतिष्ठा स्थापित की है और पात्रता 90 प्रतिशत आबादी को दोनों टीके एवं 22.35 करोड़ आबादी को ऐहतियाती टीके लग गए हैं। उन्होंने कहा, ”COVID-19 के नियम और नियंत्रण के लिए हम लगातार कोशिश कर रहे हैं और संकल्प ले रहे हैं और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे।”

मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकार और पूरे समाज के साथ पूरी सक्रियता के साथ प्रबंधन किया और इसके अच्छे परिणाम भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों को इस मामले में तकनीकी सहायता के साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना आदि के माध्यम से राज्यों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के चलते लोगों का स्वरूप सार्वजनिक स्वास्थ्य के तरह जो चुनौती पैदा करता है, उसे लेकर सरकार हमेशा प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा, ”केंद्र सरकार, स्थिति वैश्विक पर नजर रख रही है। सार्वजनिक स्वास्थ्य के सामने और स्टेटस पर सरकार लगातार कदम उठा रही है। राज्यों की भी सामुदायिक निगरानी के लिए सलाह दी जा रही है।” मंत्री ने कहा कि राज्यों को प्रवेश के सभी मामलों की सीक्वेंसिंग करने की सलाह दी गई है ताकि वायरस का कोई नया स्वरूप आने पर इसकी समय पर पहचान की जा सके और पक्का कदम उठाये जा सकते हैं। उन्होंने कहा, ”हमें इस जागरूकता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास जारी रखना होगा और लोगों को यह बताना होगा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहने की भी जरूरत है।”

मांडविया ने कहा, ”कोविड रूपी हमारा यह दुश्मन समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है। हमें एक साथ दृढसंकल्प के साथ लड़ाई जारीनी होगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हवाई पर विदेश से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत लोग केनमूने बिना किसी क्रम के आरटी-पी जांच के लिए तय करने की प्रक्रिया आज से शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वायरस की पहचान, निदान, उपचार और टीकाकरण सहित सभी प्रबंधन सरकारें कर रही हैं और आगे भी इसे चालू करती हैं।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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