गोगोई ने निगरानी व्यवस्था का उल्लेख करते हुए दावा किया, ”हमारे ऊपर तो जासूसी करते हैं, हमारे मोबाइल पर पेगासस (स्पाईवेयर) लगाते हैं, पापारापेंट के मोबाइल पर पेगासस लगा देते हैं, लेकिन यह बताएं कि पेगासस द्वारा विहीत पदार्थों से जुड़े कितने बड़े माफियाओं की निगरानी की और तस्करों को पकड़ा।’
नई दिल्ली। शुक्रवार को कांग्रेस के सदस्य गौरव गोगोई ने सरकार पर पेगासस स्पाइवेयर के जरिए नेताओं और ट्रैपरेट की जासूसी करने का आरोप लगाया। इस पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर सदस्यों के पास तथ्य होंगे तो उन्हें पटल पर रखें और इस सदन का इस्तेमाल ‘स्वच्छंद राजनीतिक झूठ’ के लिए नहीं करें। निचले सदन में नियम 193 के तहत ”देश में जहरीले पदार्थों के सेवन की समस्या और इस संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदम” विषय पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने जल, वायु एवं भू सीमा तय से देश में मानव तस्कर, धीमे और विकराल पदार्थों की उम्रदराज तस्कर का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने इस दिशा में रोकने एवं ताकतों को मजबूत बनाने के कदमों की जानकारी देने की मांग की।
गोगोई ने निगरानी व्यवस्था का उल्लेख करते हुए दावा किया, ”हमारे ऊपर तो जासूसी करते हैं, हमारे मोबाइल पर पेगासस (स्पाईवेयर) लगाते हैं, पापारापेंट के मोबाइल पर पेगासस लगा देते हैं, लेकिन यह बताएं कि पेगासस द्वारा विहीत पदार्थों से जुड़े कितने बड़े माफियाओं की निगरानी की और तस्करों को पकड़ा गया।’ उन्हें इसके आधार पर सदन में रखा जाना चाहिए। ऐसे बोल नहीं सकते।” शाह ने कहा कि किसी (गोगोई के) पास एक भी आधार हो, किसी नेता का, पत्रकारों का और स्वयं का..तो उन्हें यहोवा में रखना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा, ”यह भगवान ग्रेविटास के साथ चर्चा करने के लिए है, स्वच्छ और राजनीतिक झूठ बोलने के लिए नहीं।” बाद में छोड़ देना चाहिए।
इस दौरान गौरव गोगोई ने कहा कि उनका आग्रह है कि अगर ऐसा नहीं है तब सरकार कह दे कि पेगासस का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इस पर अमित शाह ने कहा कि वे (गोगोई ने) कहा है कि उन पर इस्तेमाल (पेगासस का) हुआ है, ऐसे में वह तथ्य रखते हैं, बाकी तो इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया है। इस विषय पर गौरव गोगोई ने कहा कि अगर लोकसभा अध्यक्ष को लगता है कि ”मैंने सदन की मर्यादा का उल्लंघन किया है तब आप (अध्यक्ष) निर्देश देते हैं।” इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ”मैं सदन में हम अपनी बात तथ्यों एवं प्रमाणों के साथ रखें, तब सदनों की मर्यादा बढ़ती जा रही है।
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