
UNITED NEWS OF ASIA. रघुराज प्राथमिक शाला पंडरिया में अद्वितीय दृष्टिकोण और साहस के साथ ज्योति साहू पिता वीरेंद्र साहू , इस बच्ची की आयु केवल 11 वर्ष है, को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम के तहत एक महत्वपूर्ण सहायता मिली उनके पिता, इस कार्यक्रम का हित लेते हुए वे सिर्फ ज्योति की नही बल्कि दूसरे बच्चों के जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने में सहायता कर रहे हैं।
ज्योति का जन्म जात हृदय रोग से ग्रस्त था, जिसे रघुराज प्राथमिक शाला के स्वास्थ परीक्षण के दौरान पहचाना गया। उन्हें त्वरित चिकित्सा की आवश्यकता थी, और इसके लिए उन्हें रायपुर के NH MMI Narayana अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की गई।
इस तारतमय मे जिला कबीरधाम कलेक्टर श्री जन्मेयजय मोहोबे और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कबीरधाम डॉ एम के सूर्यवंशी की भूमिका अहम रही,विकास खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ स्वप्निल तिवारी द्वारा संज्ञान मे लेते हुए त्वरित प्रतिक्रिया की, जिसके बाद चिरायु टीम को मार्ग दर्शित कर तत्काल सभी आवश्यक कार्यवाही की गई ।
इसके तहत उनके इलाज के दौरान चिरायु टीम पंडरिया के डॉ॰ दीपक धुर्वे, फार्मासिस्ट धुरुवा साहू, MLT शैलेंद्र देवांगन और ANM निशु श्रीवास ने उनका ज्योति साहू को इस कार्यक्रम का सहारा बन लाभर्थ पहुंचाया ।
एक प्रयास और कार्यवाही की छोटी सी कहानी – जब चिरायु टीम पंडरिया को स्कूल में बेबी ज्योति को इस रोग से ग्रसित पाया और चिन्हकित किया इसके बाद 20 मार्च 2023 को स्क्रीनिंग हेतु NH MMI नारायना अस्पताल रायपुर, टीम द्वारा लाया गया जहां इस रोग का कंफर्मेशन हुआ, इसके बाद परिवार की पूर्ण कॉउंसलिंग एवं रजा मंदी के बाद 17 अगस्त 2023 को NH MMI नारायणा अस्पताल रायपुर में एडमिट किया गया, 18 अगस्त 2023 को निशुल्क,सफल ऑपरेशन और इलाज के बाद 19 अगस्त 2023 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया इसके बाद बेबो ज्योति अभी पूर्णतः स्वस्थ है।टीम ने अपने अद्वितीय लगन और संकल्प के साथ बेबी ज्योति के स्वास्थ को दुरुस्त करने का प्रयास किया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ कार्यक्रम ने उनके जीवन को एक नई मोड़ दिया।
ज्योति और उनके माता-पिता द्वारा के इस प्रयास पर विश्वास रखते हुएऔर स्थानीय समुदाय के सहयोग से उन्होंने न केवल खुद को बल्कि अपने समुदाय को भी एक प्रेरणास्रोत बनाया है। बेबी ज्योति के पिता ने सफल आपरेशन के बाद ख़ुशी के आँशु के साथ छत्तीसगढ़ सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाने वाले ऐसे बच्चों का निशुल्क इलाज के लिए धन्यवाद दिया ।इसके साथ ही बेबी ज्योति के ग्राम वासियो को जब इस बात का पता चला और इस कार्यक्रम के निमित्त को जाना तो चिरायु के टीम पंडरिया के किए प्रयासों की सराहना करते हुए ,आभार व्यक्त किया और कहा कि ये ऐसी सरकारी योजनाये केवल व्यक्तिगत विकास में न बल्कि पूरे समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
आप को बता दे कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सभी 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों का निशुल्क इलाज होता है, इस के तहत रोग जैसे हृदय रोग , कटे फटे होंठ , तालु का ,क्लब फुट और अन्य 30 जन्मजात एवं शारीरिक विकृत बच्चो का निशुल्क इलाज किया जा रहा है।



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