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पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन भारत को बातचीत के लिए ग्रेविटेशन दिखाया जाना चाहिए

विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुमताज जहर बलोच ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया के सभी देशों के साथ आपसी सम्मान और संप्रभुता के आधार पर पड़ोसियों के साथ शांति की नीति को जारी करता है।

पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है, लेकिन नई दिल्ली को कश्मीर सहित समझौते मुद्दों के बातचीत के जरिए समाधान ग्रेविटेशन दिखाना चाहिए। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुमताज जहर बलोच ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया के सभी देशों के साथ आपसी सम्मान और संप्रभुता के आधार पर पड़ोसियों के साथ शांति की नीति को जारी करता है।

उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान की रुचि शांति और बातचीत में है और भारतीय बहुाधिकारियों पर है कि वे संबंधों को सुधार के लिए जिम्मेदार रुख अपनाते हैं। बलोच ने कहा, ”पाकिस्तान का मानना ​​है कि अस्पष्ट संबंध तब तक पूरी तरह सामान्य नहीं हो सकते, जब तक कि समझौते के दावे का समाधान न हो जाए, उस पर सीधे-कश्मीर का मुख्य दायरा।” उन्होंने कहा कि जोखिम भरा विवाद का संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के समाधान की कोशिश करेगा। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान-भारत संबंधों में कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से सीमा पार आतंक को लेकर आपस में जुड़े हुए हैं।

दोनों देशों के संबंध उस समय अपने निचले स्तर पर आ गए जब भारत ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष स्तर देने वाले भारतीय संविधान के प्रावधान लेखा-370 को समाप्त कर दिया। भारत के इस फैसले के बाद पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी और भारतीय राजदूत को उसके साथ ही स्थिति पर सीमित कर दिया। साल 2019 के लगभग बाद से दोनों देशों के व्यापारिक संबंध ठप हैं। भारत ने पाकिस्तान से कहा कि पूरा जम्मू-कश्मीर और चिह्न चिह्न चिह्न प्रदेश देश का अखंड और अभिभाषण हिस्सा था, है और रहेगा। बलोच ने कहा कि पाकिस्तान, सहयोगी संबंध, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश समेत अन्य दक्षिण एशियाई देशों से बेहतर संबंध चाहते हैं।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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