‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलोच ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान के मिशन के प्रमुख उबैद-उर-रहमान निज़ामानी काबुल लौट गए हैं। हालांकि उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
अफगानिस्तान में पाकिस्तान के राजनयिक मिशन के प्रमुख सोमवार को काबुल लौट गए। उन करीब चार महीने पहले अफगानिस्तान की राजधानी में घातक हमला किया गया था जिसके बाद उन्हें अपने वतन को वापस बुला लिया गया था। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलोच ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान के मिशन के प्रमुख उबैद-उर-रहमान निज़ामानी काबुल लौट गए हैं। हालांकि उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भट्टो-ज़रदार और अफगानिस्तान के कार्य शिक्षा विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई थी जिसके बाद निज़मी अफगानिस्तान गए थे। यह घटनाएँ अगले महीने मुत्तकी की ट्रिप से पहली बार हुई हैं। दस्तावेज के विवरण से खबर में कहा गया है कि पाकिस्तान के दूत को दस्तावेज को वापस करने का निर्णय टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान किया गया था। दो दिसंबर को पाकिस्तानी दूतावास परिसर में टहल रहे थे उसी के पास की बहुमंजिला इमारत से शूटरों ने उन पर शूटिंग की।
हमलों में वह बाल-बाल बच गए लेकिन उनके पाकिस्तान सुरक्षाकर्मियों के पैर में गोलियां लगीं। इसके बाद पाकिस्तान ने अपने वरिष्ठ राजनयिक को तुरंत वापस बुला लिया और अपने दूतावास की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। सूत्रों ने कहा कि जरदारी ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान अपने अफगान समकक्ष को अधिकृत आमंत्रण दिया। आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन सूत्रों ने कहा कि मुत्तकी मई के पहले हफ्ते में कई लोग हो सकते हैं।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।