पैसे देने के लिए मैप ने पाकिस्तान से बड़ी बात कह दी है। अपने जीमेल खाते में मैंने कहा है कि मैं उसे लेकर फैला हुआ सन्देश कार्यक्रम बंद कर दूंगा।
पाकिस्तान के तख्तापलट पर बैठे हुक्मरानों और राजनेताओं की कठपुतली सरकार बिठाकर कंट्रोल अपने हाथ में रखने वाले सेना के अधिकारियों को बार-बार एटम बम का राग अलापते और गीदड़भभकी देते देखेंगे। लेकिन भारत को परमाणु बम की कोरी धमकी देने वाले पाकिस्तान को पहली बार ऐसा झटका लगा है, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। इस आप भारत की एक बड़ी जीत कह सकते हैं। ये बात तो किसी से छिपी नहीं रह गई है कि पाकिस्तान इन दिनों पैसे-पैसे का मोहताज है। रहस्य से लेकर तेल तक की सेल स्काई छू रही है। सरकारी अफसरों को वेतन देने तक के पैसे मुल्क के पास नहीं रह सकते। वहां के सियासतदां मदद के लिए अन्य देशों के पास फरियाद के उम्मीदवार भी नजर आ रहे हैं। सभी की तरफ से मदद की गारंटी तो दे दी जाती है, लेकिन वो ये नहीं कहते कि ये पैसा पाकिस्तान को कब, कहां और कैसे मिलेगा?
परमाणु बम सरेंडर करने की नौबत आई
आए दिन इस तरह की खबरें सामने आती रहती हैं कि इस देश ने पाकिस्तान को इतने डॉलर की मदद की, तो इस देश की तरफ से इतनी मदद राशि दी जाएगी। लेकिन ये पैसा पाकिस्तान के खतरों में कब आएगा पता चलेगा तो पाकिस्तान को भी नहीं है। पाई-पाई को मोहताज मुल्क की परेशानी से निकालने के लिए तुरंत पैसे की दरकार है और इसे आई-मैप की सहायता से पूरा किया जा सकता है। पैसे देने के लिए मैप ने पाकिस्तान से बड़ी बात कह दी है। अपने जीमेल खाते में मैंने कहा है कि मैं उसे लेकर फैला हुआ सन्देश कार्यक्रम बंद कर दूंगा। रक्षा बजट में 15 प्रतिशत का चयन किया जाएगा। सीपैक परियोजना के तहत- जहां-जहां चीन का पैसा लगता है उसकी तीसरी पार्टी से छत्ता करवाना होगा। आई वर्का ने ये भी कहा है कि मैं अपनी जनता पर टैक्स निर्धारण करता हूं।
शहबाज शरीफ ने बताया दुर्भाग्य
मैप की मांग पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने ट्वीट कर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु और मिसाइल संकट कार्यक्रम के बारे में अनजाने में दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमारे परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम की वैधानिक गारंटी, पूर्ण प्रमाण और बहुस्तरीय सुरक्षा गारंटी में सुरक्षित हैं। हमारा परमाणु कार्यक्रम राष्ट्र की सहमति का प्रतिनिधित्व करता है और प्रतिरोध के लिए है।
चीन के शरण में पाकिस्तान
पाकिस्तान के विदेश सचिव डॉ असद मजीद खान इस वक्त चीन में हैं। शुक्रवार को मजीद खान ने बीजिंग में चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री किन गैंग से मुलाकात की। इतना ही नहीं पाकिस्तान की सेना के प्रमुख आसिम मुनीर भी चीन का दौरा करने वाले हैं। आसिम मुनीर को लग रहा है कि इमरान और शहबाज की लड़ाई में सेना कमजोर हो रही है। जियो टीवी की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान बयानों के अनुसार विदेश सचिव ने अपने चीनी समकक्ष के साथ बातचीत में ‘दोनों देशों के बीच भाईचारे’ को दोहराते हैं। मजीद के बारे में कहा गया, ‘पाकिस्तान और चीन भाई, अकेले दोस्त और शांति और विकास के समान संबंध हैं।