
UNITED NEWS OF ASIA. परस साहू, बालोद। जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत ओरमा के निवासी ओमप्रकाश सोनकर, जो पिछले 17 वर्षों से 80% दिव्यांगता के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं, आज भी शासन की योजनाओं से वंचित हैं। इसका मुख्य कारण परिवार का नाम गरीबी रेखा सूची (BPL) में दर्ज नहीं होना है।
दिव्यांग की माँ रमतुला सोनकर ने दो दिन पहले ग्राम पंचायत पहुंचकर अपनी पीड़ा सरपंच मंजूलता परस साहू को बताई। मामले को गंभीरता से लेते हुए सरपंच ने अगले ही दिन ओमप्रकाश के निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की और हालचाल जाना।
ओमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है, लेकिन 32 साल की उम्र में वे पूर्णतः शारीरिक रूप से अक्षम हो चुके हैं और अधिकतर समय कुर्सी या बिस्तर पर ही बिताते हैं। शासन की योजनाओं से वंचित होने के कारण उनका परिवार भी आर्थिक व मानसिक रूप से बेहद परेशान है।
सरपंच मंजूलता परस साहू ने इस विषय को गंभीर मानते हुए कलेक्टर को पत्र प्रेषित किया है। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश जैसे पात्र दिव्यांग जनों को शासन की योजनाओं में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को कलेक्टर के समक्ष रखकर जरूरी सहायता दिलाने का हरसंभव प्रयास करेंगी।
यह मामला शासन की योजनाओं की पहुँच और जमीनी सच्चाई के बीच के फासले को उजागर करता है। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द हस्तक्षेप कर दिव्यांग ओमप्रकाश को उनका हक दिलाएगा।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :